Gadchiroli News: भाजपा नेता और जिप की पूर्व अध्यक्ष के घर में मिला शराब का जखीरा

भाजपा नेता और जिप की पूर्व अध्यक्ष के घर में मिला शराब का जखीरा
  • आरोपी शराब विक्रेता भी राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय
  • एलसीबी की कार्रवाई में 3 लाख 60 हजार रुपए का माल जब्त

Gadchiroli News आगामी जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव से पहले भारतीय जनता युवा मोर्चा के गड़चिरोली जिलाध्यक्ष और जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष के घर से देसी शराब का जखीरा मिलने से जिले के राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मच गया है। स्थानीय अपराध शाखा द्वारा मंगलवार की देर की गयी इस कार्रवाई में भाजपा नेताओं के वालसरा स्थित निवासस्थान से 3 लाख 60 हजार रुपए की देसी शराब जब्त की गयी है। इस मामले में आरोपी शराब विक्रेता रामचंद्र केशव भांडेकर (34) के खिलाफ चामोर्शी पुलिस थाना में अपराध दर्ज किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, भाजयुमो के गड़चिरोली जिलाध्यक्ष मधुकर भांडेकर और जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष योगीता भांडेकर का चामोर्शी तहसील के ग्राम वालसरा में निवासस्थान है। मधुकर भांडेकर के छोटे भाई रामचंद्र भांडेकर स्वयं भाजपा युवा आघाड़ी के चामोर्शी तहसील उपाध्यक्ष होकर पिछले कुछ दिनों से उनके द्वारा शराब की अवैध रूप से बिक्री किये जाने की सूचना एलसीबी की टीम को मिली थी। एलसीबी के पुलिस निरीक्षक अरूण फेगडे के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने मंगलवार, 11 नवंबर की देर रात वालसरा गांव पहुंचकर छापामार कार्रवाई की योजना बनाई। इस दौरान की गयी कार्रवाई में देसी शराब की कुल 45 पेटियां भाजपा नेताओं के घर से जब्त की गयी।

पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में : बता दें कि, गड़चिरोली जिले में शराब बंदी का कानून लागू है। किसी भी शराब विक्रेता के अड्डे पर यदि पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती है तो समूची कार्रवाई की वीडिओ शुटिंग की जाती है। वहीं आरोपी के साथ जब्त शराब की तस्वीर भी खींची जाती है। लेकिन इस मामले में एलसीबी के पुलिस निरीक्षक अरूण फेगडे से पूछे जाने पर किसी प्रकार की फोटो नहीं निकालने की जानकारी उनके द्वारा दी गयी है।

कार्रवाई में 3.60 लाख रुपए की देसी शराब जब्त की गयी है, वह भी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के निवासस्थान से। मात्र इस कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार की फोटो नहीं खींचने और दैनिक भास्कर द्वारा पुलिस निरीक्षक फेगडे से संपर्क करने पर उनके द्वारा अपना मोबाइल बंद करने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। महाराष्ट्र शराब बंदी कानून के तहत किसी भी शराब विक्रेता को न्यायालय में पेश करने पर कार्रवाई के दौरान खींची गई तस्वीर अथवा वीडियो न्यायालय में पेश करना आवश्यक होता है। लेकिन इस मामले में एलसीबी द्वारा मीडिया कर्मियों को इस तरह की तस्वीर अथवा वीडियो शेअर नहीं करने से एलसीबी की भूमिका संदेह के घेरे में दिखायी दे रही है।


Created On :   13 Nov 2025 4:12 PM IST

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