फसल बर्बाद: परेशान हो रहे किसान , झुंड से भटके दो हाथियों ने फिर उजाड़ दी धान की फसलें

परेशान हो रहे किसान , झुंड से भटके दो हाथियों ने फिर उजाड़ दी धान की फसलें
  • देसाईगंज वन परिक्षेत्र के जंगल में विचरण कर रहा झुंड
  • दो हाथी बिछड़कर किसान के खेत में आ पहुंचे
  • फसल को कर दिया तहस-नहस

डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। ओड़िसा राज्य से गड़चिरोली जिले में दाखिल हुआ जंगली हाथियों का झुंड पिछले अनेक दिनों से देसाईगंज वन परिक्षेत्र के जंगल में विचरण कर रहा है। इस बीच हाथियों द्वारा किसानों की फसलों को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है। रविवार की रात इस झुंड के 2 हाथी बिछड़कर चिखली गांव परिसर के खेतों में पहुंच गये। जहां दोनों हाथियों ने धान की फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया। सोमवार की सुबह भी दोनों हाथी जंगल परिसर में दिखायी देने से चिखली समेत परिसर के ग्रामीणों में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हो गया है।

इस संदर्भ में जानकारी के अनुसार, जंगली हाथियों के इस झुंड में हाथियांे की संख्या करीब 23 होकर पिछले कुछ दिनों से यह झुंड देसाईगंज वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले विहिरगांव उपक्षेत्र के जंगल में मौजूद है। रविवार की रात झुंड के 2 हाथी बिछड़ गये और चिखली गांव के खेत परिसर में पहुंच गये। जहां दोनों हाथियों ने रबी की धान फसल को जमकर नुकसान पहुंचाया। वर्तमान में क्षेत्र के किसानों ने बड़े पैमाने पर धान की फसलें बोयी है। आने वाले कुछ ही दिनों में रोपाई का कार्य शुरू होगा। लेकिन ऐसी स्थिति में ही जंगली हाथियों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। सोमवार की सुबह वनविभाग की टीम ने नुकसानग्रस्त किसानों के खेतों में पहुंुचकर पंचनामा किया।

नगर परिषद कार्यालय पर निकाला मोर्चा : नगर परिषद प्रशासन ने जून 2023 को शहर के एकतानगर में अतिक्रमण हटाओ मुहिम चलाकर इस नगर के नागरिकों को बेघर करने का कार्य किया। इस दौरान किए गए अांदोलन के बाद नप प्रशासन ने सभी अतिक्रमण धारकों को पक्के मकान निर्माण करने का आश्वासन दिया था। लेकिन 6 माह बीत जाने के बाद भी अब तक आश्वासन की पूर्ति नहीं किये जाने से संतप्त नगर वासियों ने सोमवार, 29 जनवरी को नगर परिषद कार्यालय पर मोर्चा निकाला। वंचित बहुजन आघाड़ी के नेतृत्व में निकाले गये इस मोर्चे में एकतानगर के सैकड़ों नागरिकों ने हिस्सा लिया।

वंचित बहुजन आघाड़ी द्वारा नगर परिषद के मुख्याधिकारी सूर्यकांत पिदूरकर को सौंपे गये ज्ञापन में बताया कि, शहर के देवापुर रिठ में 6 वर्ष पूर्व कुछ गरीब लोगों ने अतिक्रमण कर अपने जीवनयापन के लिए झोपड़ियों का निर्माण किया। इस बस्ती को एकतानगर का नाम दिया गया। लेकिन कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमित झोपड़ियों को हटाने की मांग करने पर जून 2023 में नगर परिषद प्रशासन ने पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच नगर की सारी झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाया था। इस कार्रवाई के खिलाफ अन्यायग्रस्त नागरिकों द्वारा आवाज उठाई और लगातार आंदोलन किये गये। इस आंदोलन को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने सभी अतिक्रमण धारकों को एकतानगर में ही पक्के मकान बनाकर देने का आश्वासन दिया था। इस आश्वासन को अब 6 महीने बीत गए। लेकिन अब तक आश्वासन की पूर्ति नहीं की गयी।

Created On :   30 Jan 2024 10:04 AM GMT

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