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Gadchiroli News: जंगली हाथी के हमले में चरवाहे की मौत ,मवेशियों को चराने गया था जंगल में

- घटना से परिसर के नागरिकों में दहशत का वातावरण
- जंगली हाथियों का झुंड पोर्ला वनपरिक्षेत्र के चुरचुरा बिट में दाखिल हुआ
Gadchiroli News जंगल में मवेशियों को चराने गये चरवाहे पर एक जंगली हाथी ने हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना पोर्ला वनपरिक्षेत्र अंतर्गत उपक्षेत्र चुरचुरा बिट के कक्ष क्रमांक 3 में हुई। इस घटना से परिसर के नागरिकों में दहशत का वातावरण निर्माण हो गया है। मृतक का नाम चुरचुरा निवासी वामन मारोती गेडाम (75) है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरमोरी वनपरिक्षेत्र में विचरण करनेवाले जंगली हाथियों का झुंड चार दिन पहले पोर्ला वनपरिक्षेत्र के चुरचुरा बिट में दाखिल हुआ था। यहां पर दाखिल होते ही जंगली हाथियों ने खेत फसलों का जमकर नुकसान करना शुरू कर दिया। रात के समय खेत परिसर में प्रवेश कर 31 सदस्यीय जंगली हाथियों ने फसलों को नुकसान पहुंचाया और दिनभर जंगल परिसर में विचरण कर रहे थे। ऐसे में बुधवार को चुरचुरा निवासी वामन गेडाम और अन्य दो चरवाह चुरचुरा के जंगल परिसर में मवेशियों को चराने के लिये गये थे।
इसी बीच अचानक हाथियों का झुंड वहां पर पहुंचा और झुंड के एक हाथी ने वामन गेडाम पर हमला किया। इस हमले में वामन गेडाम की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। वहीं वामन गेडाम के सहयोगी भयभित होकर गांव की और भाग गए। इस घटना की जानकारी पोर्ला वनपरिक्षेत्र के वनकर्मचारियों को दी गई जिसके बाद वनपरिक्षेत्र अधिकारी पाचभाई, क्षेत्र सहायक अतुल धात्रक, वनरक्षक बी.के. ढोणे आदि ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का पंचनामा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल में भिजवाया। इस घटना की जानकारी मिलते ही गड़चिरोली वनविभाग के सहायक वनरक्षक सूर्यवंशी ने चुरचुरा गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से जंगल में न जाने की अपील की है।
अब तक 10 लोगों ने गंवाई जान : गड़चिरोली जिले में पिछले चार वर्ष से जंगली हाथियों के झुंड से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जिले के कुछ लोगों को अपनी जान भी गवांनी पड़ी है। जंगली हाथियाें के हमले में अब तक 10 लोगों ने जान गंवाई है जिनमें वड़सा वनविभाग के तहत 5, भामरागड़ वनविभाग के तहत 3 और गड़चिरोली वनविभाग के तहत 2 ऐसे कुल 10 लोगों ने जंगली हाथियों के हमले में जान गंवाई है। वड़सा वनविभाग के तहत सुधाकर बापूराव आत्राम, होमाजी बाबाजी गुरनुले, मनोज प्रभाकर येरमे, कौशल्या राधाकांत मंडल और बुधवार की घटना में वामन मारोती गेडाम, भामरागड़ वनविभाग के तहत गोंगलु रामा तेलामी, राजे कोपा तेलामी, महारी देवू वड्डे और गड़चिरोली वनविभाग के तहत धनसिंह धर्मू टेकाम, शशिकांत रामचंद्र सतरे ऐसे कुल 10 लोगों ने जंगली हाथियों के हमले में अपनी जान गंवाई है।
देसी बम चबाने से सुअर की मृत्यु, भैंसा भी घायल : जंगली सुअर को पकड़ने के इरादे से गड़चिरोली वनविभाग के तहत वाकड़ी गांव समीप जंगल परिसर में देसी बम बिछाया गया था। इस बम को चबाने से जंगली सुअर की मृत्यु हो गई। वहीं एक भंैसा घायल होने की घटना बुधवार, 10 सितंबर को वाकड़ी गांव के जंगल परिसर में घटी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गड़चिरोली वनविभाग के तहत वाकड़ी गांव समीप जंगल परिसर में देसी बम बिछाया गया था। इस बीच जंगली सुअर द्वारा देसी बम खाने से उसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। वहीं एक भैंसा घायल हो गए। इस बात की जानकारी मिलते ही वनविभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का पंचनामा किया। वहीं आरोपियों के खिलाफ वनविभाग कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच वनविभाग के अधिकारियों द्वारा की जा रही है।
Created On :   11 Sept 2025 3:39 PM IST