अड़ंगा: देसाईगंज में सिटी सर्वेक्षण न किया गया तो 18 को चक्काजाम आंदोलन की चेतावनी

देसाईगंज में सिटी सर्वेक्षण न किया गया तो 18 को चक्काजाम आंदोलन की चेतावनी
  • आखिव पत्रिका के अभाव में परेशान हो रहे हैं लोग
  • विभिन्न योजनाओं के लाभ से वंचित रहने की नौबत
  • कार्य तत्काल पूर्ण करने की मांग

डिजिटल डेस्क, देसाईगंज (गड़चिरोली)। व्यापारी तहसील के रूप में परिचित देसाईगंज शहर का सिटी सर्वेक्षण करने के लिए नगर परिषद प्रशासन ने भूमि अभिलेख कार्यालय में आवश्यक 80 फीसदी रकम अदा कर दी है। बावजूद इसके सिटी सर्वेक्षण के कार्य को गति नहीं मिल पा रही है। अब आखिव पत्रिका के अभाव में शहर वासियों को विभिन्न योजनाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है। शहर का सिटी सर्वेक्षण युद्धस्तर पर कर लोगों को तत्काल आखिव पत्रिका न देने पर आगामी 18 जुलाई को देसाईगंज-कुरखेड़ा टी-प्वाइंट पर चक्काजाम आंदोलन किया जाएगा। इस आशय का अल्टीमेटम कांग्रेस के नेताओं ने भूमि अभिलेख कार्यालय पर दस्तक देकर दिया है।

तहसील भूमि अभिलेख अधिकारियों को सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस कार्यकर्ता डा. शिलू चिमुरकर ने बताया कि, जरूरतमंदों को मकान उपलब्ध कराने के लिए केंद्र व राज्य सरकार ने विभिन्न प्रकार के घरकुल की योजना शुरू की है। लेकिन देसाईगंज शहर का सिटी सर्वेक्षण नहीं होने और लोगों के पास आखिव पत्रिका नहीं होने से लोगों को घरकुल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। भूमि अभिलेख कार्यालय की मांग के अनुसार नगर परिषद प्रशासन ने भूमापन की प्रक्रिया के लिए 4 जनवरी 2018 को 2 करोड़ 50 लाख,6 जुलाई 2018 को 3 लाख और 19 दिसंबर 2018 में 25 लाख ऐसे कुल 2 करोड़ 78 लाख रुपए की निधि अदा की गयी है।

जिले के तत्कालीन जिलाधिकारी शेखर सिंह और स्थानीय विधायक कृष्णा गजबे के हाथों सिटी सर्वेक्षण के कार्य का उद्घाटन भी किया गया। लेकिन शुरुआती दिनों से यह कार्य काफी धीमी गति से किया जा रहा है। वर्ष 2018 से शुरू किया गया सिटी सर्वेक्षण का कार्य अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है। फलस्वरूप लोगों को आखिव पत्रिका नहीं मिल पायी है। इस दस्तावेज के अभाव में लोगों को सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है। यह कार्य तत्काल पूर्ण न करने पर आगामी 18 जुलाई को चक्काजाम आंदोलन किया जाएगा। ऐसी चेतावनी ज्ञापन के माध्यम से दी गयी है। इस समय कांग्रेस की डा. शिलु चिमुरकर, पिंकू बावने, विजय पिल्लेवान, नरेश लिंगायत, भूमित मोगरे, अमित सलामे, आकाश शिऊरकर, सुनील चिंचोलकर, भूमेश्वर निमजे, रजनी आत्राम, विमल मेश्राम, रीना शेंडे, मालता गेडाम समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

Created On :   11 July 2024 11:20 AM GMT

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