गोंदिया: पानी में भीगा काटकर रखा गया धान, परेशान किसान

पानी में भीगा काटकर रखा गया धान, परेशान किसान
  • तहसीलों में दिनभर बूंदाबांदी व रिमझिम बारिश
  • बारिश किसी आफत से कम नहीं
  • किसान हो रहे परेशान

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले में दूसरे दिन 6 दिसंबर को भी गोंदिया शहर सहित सभी तहसीलों में दिनभर बूंदाबांदी व रिमझिम बारिश होती रही। इस बारिश से सर्वाधिक नुकसान खेतों में काटकर रखे गए उच्च प्रजाति के धान काे हो रहा है। पिछले सप्ताह भी हुई बेमौसम बारिश से जिले में लगभग 2 से 3 हजार हेक्टेयर की फसल का नुकसान हुआ था। इसके बाद 4 दिसंबर की शाम से मौसम में बदलाव के साथ ही रुक-रुककर बूंदाबांदी व रिमझिम बारिश का दौर लगातार जारी है।

पहले से ही बेमौसम बारिश से नुकसान झेल रहे किसानों के लिए वर्तमान में हो रही बारिश किसी आफत से कम नहीं है। बारिश के पूर्व बदरीले मौसम से किसान पहले से ही आशंकित थे, जिस कारण उन्होंने जल्द से जल्द खेतों में काटकर रखे गए धान के बंडलों को बांधकर चुराई के लिए ढेर लगाने का काम शुरू किया था। ऐसे में फिर से शुरू हुई बारिश ने काटे हुए धान को फिर भिगा दिया है। कृषि विभाग के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार 2 से 3 हजार हेक्टेयर की फसल को नुकसान होने का अनुमान है।

28 नवंबर को हुई बारिश के बाद से ही कृषि विभाग द्वारा शासन के निर्देश पर किसानों को हुए नुकसान का पंचनामा किया जा रहा है। पंचनामे की कार्रवाई चल रही है। जिसके कारण नुकसान का सटीक आंकड़ा बताने में कृषि विभाग ने भी असमर्थता जताई है। धान के अलावा तुअर फसल को भी बेमौसम हो रही बारिश से भारी नुकसान पहुंचा है।

जिला अधिक्षक कृषि अधिकारी हिंदुराव चव्हाण ने दैनिक भास्कर को बताया कि जिले में खरीप मौसम के 95 प्रतिशत से अधिक धान की कटाई एवं चुराई का काम पुरा हो चुका है। लेकिन अभी भी अनेक स्थानों पर उच्च प्रजाती के धान की कटाई का काम चल रहा है। बेमौसम हुई बारिश से किसानों का खेतों में काटकर रखे गए धान का नुकसान हो रहा है। राजस्व विभाग के साथ मिलकर सर्वेक्षण एवं पंचनामे का काम जारी है। शीघ्र ही इसकी अंतिम रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाएगी। अन्य फसलों को भी नुकसान हुआ है।

Created On :   7 Dec 2023 6:17 PM IST

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