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Gondia News: अस्पताल में बनाया हर्बल बगीचा, यहीं की वनस्पति से मरीजों का इलाज

- शिवनी आयुर्वेदिक अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिगांव में औषधीय गुणों के पौधे
- रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाली वनस्पतियां सर्वाधिक
Gondia Newsऔषधीय गुणों से परिपूर्ण वनस्पतियों से मरीजों के स्वास्थ्य को लाभ मिले, इसके लिए आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रेमकुमार बघेले ने शिवनी आयुर्वेदिक अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिगांव में हर्बल बगीचा बनाया है। आयुर्वेद में अनुभव, हर्बल गार्डन का ज्ञान और कार्य के प्रति लगाव के कारण हर्बल बगीचा विकसित कर स्वास्थ्य अधिकारियों का मनोबल बढ़ाया है। वे न केवल बच्चों की तरह बगीचे से प्रेम करते हैं बल्कि अपने परिवार के सदस्यों की तरह देखभाल करते हैं। अपने आयुर्वेदिक अस्पताल में वासा, गिलोय, तुलसी, बला, भूम्यालकी, ब्राह्मी, मंडूकपर्णी, शतावरी, गिलोय, एलोवेरा, हल्दी, सौंठ, आंवला, हरिद्रा, अश्वगंधा, अदरक, आंवला और अरंडी जैसे महत्वपूर्ण हर्बल पौधे लगाए हैं और मरीजों को इनका लाभ दिया जाता है।
शिवनी के आयुर्वेदिक अस्पताल एवं तिगांव पीएचसी स्थित ओपीडी में आनेवाले मरीजों को आयुर्वेदिक वनस्पति से ठीक किया जा रहा है। मरीजों को यह भी बताया जा रहा है कि औषधीय गुणों से युक्त वनस्पति का दैनिक जीवन में कैसे उपयोग करें। ओपीडी में अगर कोई आग से झुलसने वाला मरीज आता है तो उसके घाव पर एलोवेरा का उपयोग कर उसे ठीक किया जाता है। वहीं निर्गुंडी के पत्तों की भाप संधिवात के रोगियों को देना, गुड़मार और भूम्यामलकी का काढ़ा सभी प्रकार के बुखार में देना, तुलसी, अदरक और वासा के पत्तों का रस खांसी के मरीजों को देना, बला वातनाशक होने के कारण उसका तेल बनाकर घुटनों में दर्द वाले रोगियों को देना, अश्वगंधा की जड़ का चूर्ण क्षय रोगियों के लिए उत्तम बलवर्धक होता है।
कोविड में उपयोग की गईं सभी वनस्पतियां कोविड में बड़े पैमाने पर उपयोग की गईं और यह रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाली वनस्पतियां हैं। आंवला का उपयोग एसिडिटी कम करने, मधुमेह में शुगर की मात्रा कम करने और प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए किया जाता है। ब्राह्मी, मंडूकपर्णी के रस का उपयोग स्मरण शक्ति बढ़ाने, तनाव कम करने और रक्तचाप कम करने के लिए किया जाता है।
कैंसर का खतरा भी होता है कम : औषधीय पौधे सामान्यतः रक्तचाप कम करने, हृदय रोग और रक्तवाहिका संबंधी रोगों को रोकने अथवा कैंसर के खतरे को कम करने जैसे कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। जैव विविधता में सुधार के अलावा यह पौधे ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने और वायु व ध्वनि प्रदूषण को कम करने में भी मदद करते हैं। जिले के नागरिक भी अपने मकान के पास खाली जगह में हर्बल बगीचा लगाकर अपने स्वास्थ्य को मजबूत कर सकते हैं। -डॉ. प्रेमकुमार बघेले, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, शिवनी
Created On :   24 July 2025 6:57 PM IST