Pune City News: निर्णायक दौर में बिमा उद्योग का प्रवेश : विशेषज्ञ

निर्णायक दौर में बिमा उद्योग का प्रवेश : विशेषज्ञ
एनआईए का 21वां इंश्योरेंस समिट संपन्न

भास्कर न्यूज, पुणे। नेशनल इंश्योरेंस एकेडमी (एनआईए) द्वारा आयोजित 21वां इंश्योरेंस समिट सोमवार को संपन्न हुआ। प्रोडक्ट इनोवेशन: री-इमैजिनिंग एंड री-अलाइनिंग थीम पर आधारित इस समिट में देशभर के उद्योगपति, नियामक, री-इंश्योरर्स, एक्चुअरीज और इंश्योरटेक विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस समिट का मुख्य उद्देश्य विकसित भारत 2047 तथा आईआरडीएआई के इंश्योरेंस फॉर ऑल 2047 विजन के अनुरूप बीमा क्षेत्र के भविष्य, नवाचार और उत्पादों के आधुनिकीकरण पर विस्तृत विमर्श करना था। दिनभर चली चर्चाओं में विशेषज्ञों ने भारतीय बीमा उद्योग अब एक निर्णायक दशक में प्रवेश कर रहा है इस बात पर सहमति जताई। सरलता, पारदर्शिता, तकनीक-सक्षम प्रक्रियाएं और समावेशी कवरेज आने वाले समय में बीमा क्षेत्र के विकास की प्रमुख आधारशिलाएं होंगी। वक्ताओं के अनुसार, उत्पादों का आधुनिकीकरण और वितरण तंत्र को मजबूत करना अब केवल परिचालन सुधार नहीं, बल्कि रणनीतिक आवश्यकता बन गया है।

एनआईए के निदेशक पटनायक ने कहा कि यह समिट उद्योग, नीति और शिक्षा जगत को एक मंच पर लाकर सार्थक संवाद का अवसर प्रदान करता है। एलआईसी के रत्नाकर पटनायक ने डिजिटल वितरण और उत्पाद स्पष्टता को भविष्य की सफलता के लिए महत्वपूर्ण बताया। केडिया ने डेटा-आधारित जोखिम मूल्यांकन पर जोर दिया, वहीं सुब्रमनियन ने किफायती और अनुकूलनशील उत्पादों के विकास पर बल दिया।

समिट की शुरुआत एनआईए के निदेशक बी. सी. पटनायक के स्वागत भाषण से हुई। इसके बाद एलआईसी ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक रत्नाकर पटनायक ने अपने विचार रखे। मार्श मैक्लेनन इंडिया के सीईओ संजय केड़िया ने विशेष संबोधन प्रस्तुत किया, जबकि द न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक गिरिजा सुब्रमणियन ने मुख्य संबोधन दिया। मुख्य अतिथि आईआरडीएआई के सदस्य सत्यजीत त्रिपाठी ने भविष्य-उन्मुख नियामक प्राथमिकताओं और सरल, पारदर्शी बीमा उत्पादों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

Created On :   19 Nov 2025 3:30 PM IST

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