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Jabalpur News: 150 साल पुराने भवन से सटाकर बना दिया नया भवन, हेरिटेज बिल्डिंग की अनदेखी

- जिला अस्पताल में 44.78 करोड़ की लागत से बन रही नई बिल्डिंग
- स्थिति यह है कि नई बिल्डिंग, हेरिटेज बिल्डिंग से सटाकर बनाई जा रही है।
Jabalpur News: जिला अस्पताल विक्टोरिया के विस्तार के लिए 44.78 करोड़ रुपयों की लागत से नए भवन का कार्य जारी है। नया भवन बनने के बाद अस्पताल की क्षमता 275 बिस्तरों से बढ़कर 500 बिस्तरों की हाे जाएगी। इस बात में दो राय नहीं कि इससे मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी, लेकिन नए भवन के निर्माण में जिला अस्पताल की 150 साल पुरानी हेरिटेज बिल्डिंग को भी अनदेखा कर दिया गया है।
स्थिति यह है कि नई बिल्डिंग, हेरिटेज बिल्डिंग से सटाकर बनाई जा रही है। नए निर्माण में हेरिटेज बिल्डिंग की सुरक्ष को दरकिनार कर दिया गया है। नए भवन का निर्माण पीआईयू के जिम्मे है। बताया जा रहा है कि नए भवन की डिजाइन और प्लानिंग भोपाल में हुई है। इधर प्रबंधन का कहना है कि नई बिल्डिंग का निर्माण पीआईयू अपने मुताबिक करा रहा है, जिसमें प्रबंधन से राय नहीं ली जा रही है।
1876 में हुआ निर्माण, 4 भवन शामिल
आज का जिला अस्पताल, जबलपुर समेत पूरे महाकौशल क्षेत्र का पहला अस्पताल था, जिसे अंग्रेजों ने 1876 में बनाया था। दशकों तक इसकी पहचान विक्टोरिया अस्पताल के रूप में रही है, हालांकि कुछ वर्षों पूर्व इसके नाम को बदलकर सेठ गोविंददास जिला अस्पताल कर दिया गया। जिला अस्पताल में अंग्रेजों के बनाए 4 भवन आज भी जीवटता के साथ खड़े हैं और अपने ऐतिहासिक महत्व को बयां कर रहे हैं। प्रबंधन ने हेरिटेज इमारतों को सहेजने और मेंटेनेंस के लिए सरकार को पत्र लिखा गया था, जिसके बाद 1 करोड़ 3 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं।
कमियां बताने के बाद भी सुधार नहीं
सिविल सर्जन डॉ. नवीन कोठारी के अनुसार हेरिटेज बिल्डिंग ऐतिहासिक धरोहर है, जिसे संरक्षित रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। दूसरी ओर नई बिल्डिंग के निर्माण में हेरिटेज बिल्डिंग की सुरक्षा को अनदेखा किया गया है। नई और पुरानी बिल्डिंग के बीच सुरक्षित दूरी होनी थी, जो कि नहीं है। फायर सेफ्टी के हिसाब से भी यह ठीक नहीं है। नई बिल्डिंग की ड्राइंग में कमियां बताने के बाद भी काेई सुधार नहीं किया गया।
Created On :   1 Sept 2025 6:02 PM IST