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Jabalpur News: व्यापारी और उद्योगपति युद्ध की स्थिति को देखकर सुरक्षा के उपाय करें- जबलपुर चेम्बर
- युद्ध की परिस्थिति को देखते हुए अपने व्यापार के लिए उचित सुरक्षा के उपाय करें।
- सभी को आपदा प्रबंधन के उपायों पर ध्यान देना चाहिये।
- व्यापारियों को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
Jabalpur News: युद्ध की स्थिति में व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिये सुरक्षा के उपाय महत्वपूर्ण हैं। इन उपायों में मुख्य रुप से आर्थिक आपदा प्रबंधन योजना बनाना, प्रतिष्ठानों को सुरक्षित रखना अग्नि सुरक्षा उपकरणों को उपयोग एवं आपातकाल के समस्त उपायों पर खुद को तैयार करें।
जबलपुर चेम्बर के अध्यक्ष प्रेम दुबे ने सभी उद्योगपति एवं व्यापारियों से युद्ध की परिस्थिति को देखते हुए अपील की है की सभी को आपदा प्रबंधन के उपायों पर ध्यान देना चाहिये। व्यवसाय को चालू रखने के लिये आपातकालीन आपूर्ति का भंडारण, कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना एवं साइबर हमलों के समय डेटा बैकअप एवं नगद रुपये की आवश्यकता होने पर उसका प्रबंधन रखना अति आवश्यक है।
आवश्यकता अनुसार दवाईयों को रखने की आवश्यकता है। पर्याप्त बीमा कवरेज का ध्यान रखना आवश्यक है। सभी को अपने कंप्यूटर डेटा का बैकअप लेने के अलावा अन्य महत्वपूर्ण उपायों पर ध्यान देना आवश्यक है। युद्ध की स्थिति को देखते हुए चेम्बर के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य प्रेम दुबे, कमल ग्रोवर, राधेश्याम अग्रवाल, अजय बख्तावर, अजय अग्रवाल, पंकज माहेश्वरी, वीरेन्द्र केशरवानी, नरिंदर सिंह पांधे, अजीत पवार, बलदीप सिंह मैनी, रजनीश त्रिवेदी, सुनील महावर, निखिल पाहवा, राकेश श्रीवास्तव, शशिकांत पांडेय, रोशन मुलतानी, उमेश ग्रावकर आदि के द्वारा अपील की गई है कि युद्ध की परिस्थिति को देखते हुए अपने व्यापार के लिए उचित सुरक्षा के उपाय करें।
व्यापारियों को युद्ध के समय ध्यान रखने योग्य बातें
आपूर्ति श्रृंखला युद्ध के कारण आपूर्ति बाधित हो सकती है, इसलिए व्यापारियों को अपने व्यापार के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को सुरक्षित करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।
व्यापार प्रतिबंध :- युद्ध के कारण आयात और निर्यात पर प्रतिबंध लग सकते हैं, इसलिए व्यापारियों को सरकार की व्यापार नीतियों और प्रतिबंधों के बारे में जानकारी रखनी चाहिए और उनके अनुसार अपने व्यापारिक कार्यों को समायोजित करना चाहिए।
बाजार की स्थिति : युद्ध के समय ग्राहक अपने व्यापार के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, इसलिए व्यापारियों को अपने ग्राहकों के साथ संवाद बनाए रखना चाहिए और उनकी जरुरतों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
वित्तीय जोखिम :- युद्ध के कारण वित्तीय जोखिम बढ़ सकता है, इसलिए व्यापारियों को अपने जोखिमों का आंकलन करना चाहिए और उन्हें कम करने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
कानूनी जोखिम :- युद्ध के समय व्यापारियों को नैतिक जोखिमों का भी सामना करना पड़ सकता है, इसलिए व्यापारियों को अपने व्यापारिक कार्यों में नैतिक मूल्यों का पालन करना चाहिए।
सुरक्षा :- युद्ध के समय व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है, इसलिए व्यापारियों को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
धन्यवाद सहित, शशिकांत पांडेय (प्रवक्ता)
Created On :   6 May 2025 6:09 PM IST