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Jabalpur News: उखरी तिराहे को निगल गया अतिक्रमण पल-पल में जाम, बना एक्सीडेंटल पाॅइंट

- 20 साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री ने किया था तिराहे को विकसित करने का शिलान्यास, भूल गए जिम्मेदार अफसर
- तिराहे पर यातायात को व्यवस्थित करने के लिए ट्रैफिक सिग्नल लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
Jabalpur News: शहर के एमआर-फोर पर स्थित अतिव्यस्ततम उखरी तिराहे को अतिक्रमण का दानव निगल गया है। यहां पर आधा दर्जन से अधिक अतिक्रमण होने के कारण तिराहे का चौड़ीकरण नहीं हो पा रहा है। हालत ये हैं कि तिराहे पर पल-पल में जाम लग रहा है। यहां पर रोज हादसे होने से उखरी तिराहा एक्सीडेंटल पाॅइंट बन गया है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी अतिक्रमण हटाकर तिराहे को चौड़ा करने पर काम नहीं कर रहे हैं।
प्रबुद्ध नागरिकों का कहना है कि उखरी तिराहे पर अतिक्रमण और अराजक यातायात को देखकर कोई भी सहज रूप से अनुमान लगा सकता है कि जबलपुर शहर में खुलेआम मास्टर प्लान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मास्टर प्लान में उखरी तिराहा 6400 वर्गफीट का इसलिए प्रस्तावित किया गया था कि यहां से 80 फीट चौड़ी एमआर-फोर सीधी विजय नगर की तरफ जा रही है।
वहीं दूसरी तरफ बल्देवबाग से 80 फीट चौड़ी लिंक रोड उखरी तिराहे पर आकर मिल रही है, ताकि वाहन चालकों को मोड पर किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो सके। यहां पर प्रस्तावित 6400 वर्गफीट के तिराहे के आधे हिस्से में अतिक्रमण हो चुके हैं। प्रशासनिक अनदेखी की वजह से यहां से अतिक्रमण नहीं हटाए जा रहे हैं। इसके कारण यहां पर अराजकता का माहौल बन गया है।
20 साल बाद भी नहीं हो पाया विकास
तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर ने 4 फरवरी 2005 को उखरी तिराहे को विकसित करने और तिराहे का नामकरण डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने का शिलान्यास किया था। कार्यक्रम में जेडीए के तत्कालीन अध्यक्ष स्व. विशाल पचौरी भी मौजूद थे। 20 साल बाद भी तिराहे का विकास नहीं हो पाया है। हैरान करने वाली बात यह है कि यहां से शिलान्यास का पत्थर भी गायब हो गया है।
भविष्य में उखरी तिराहे पर और बढ़ेगा ट्रैफिक का लोड- भविष्य में स्कीम नंबर-41 के समीप रेलवे लाइन पर ओवर ब्रिज बनने वाला है। इससे धनवंतरि नगर का ट्रैफिक भी यहां पर डायवर्ट होगा। इससे भविष्य में उखरी तिराहे पर ट्रैफिक का लोड बढ़ेगा। इससे यहां पर हालात और भी अराजक हो जाएंगे। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि यदि अभी से उखरी तिराहे को चौड़ा नहीं किया गया तो आने वाले समय में हालात बेकाबू हो जाएंगे।
ट्रैफिक सिग्नल तक नहीं लगा पाए- जाम और दुर्घटनाएं रोकने के लिए उखरी तिराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने का निर्णय लिया गया है। यह जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई थी। यहां से अतिक्रमण हटाना तो दूर नगर निगम के अधिकारी अभी तक यहां पर ट्रैफिक सिग्नल तक नहीं लगा पाए हैं। इससे दिन-ब-दिन हालात बेकाबू होते जा रहे हैं।
जेडीए से नगर निगम में ट्रांसफर हो गई सड़क
जेडीए ने स्कीम नंबर-11 के तहत एमआर-फोर को विकसित किया था। लगभग 10 वर्ष पूर्व जेडीए ने एमआर-फोर को नगर निगम को ट्रांसफर कर दिया है। नगर निगम के अधिकारियों ने उखरी तिराहे पर विकराल होती जा रही यातायात की समस्या के लिए कोई पहल नहीं की है।
उखरी तिराहे को व्यवस्थित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। तिराहे पर यातायात को व्यवस्थित करने के लिए ट्रैफिक सिग्नल लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यहां पर डिवाइडर भी बनाए जा रहे हैं।
- कमलेश श्रीवास्तव, अधीक्षण यंत्री, नगर निगम
Created On :   6 Aug 2025 3:09 PM IST