Jabalpur News: जब पूरे कॉलेज स्टाफ को मिला नोटिस तब "सार्थक' हुआ एप, मच गया हड़कंप

जब पूरे कॉलेज स्टाफ को मिला नोटिस तब सार्थक हुआ एप, मच गया हड़कंप
  • नोटिस में लिखा आप अपनी सुविधा के अनुसार आ रहे महाविद्यालय
  • महाकोशल कॉलेज के प्रोफेसर से लेकर पंप अटेंडेंट तक शामिल
  • सार्थक एप से अटेंडेंस लगाने पर ही वेतन जारी करने के आदेश हुए थे।

Jabalpur News: प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा प्राप्त महाकोशल आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज में लापरवाही के आरोप में एक साथ लगभग पूरे स्टॉफ को नोटिस जारी कर दिए गए। इससे कॉलेज में हड़कंप मच गया और सभी अपना पक्ष रखने लगे। इन पर आरोप था कि शासन द्वारा उपस्थिति के लिए लागू किए गए सार्थक एप पर ये अपनी मर्जी से अटेंडेंस लगा रहे थे।

इसके कारण शासन स्तर से शिकायत आई थी और इसके बाद प्राचार्य ने सभी को नोटिस जारी कर दिया। नोटिस में साफ लिखा है कि आप अपनी सुविधा के अनुसार कॉलेज में उपस्थित हो रहे हैं। इससे कई सीनियर प्राध्यापकों को ठेस पहुंची है और उन्होंने नोटिस की भाषा को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है।

बताया जाता है कि सार्थक एप से अटेंडेंस लगाने पर ही वेतन जारी करने के आदेश हुए थे। इस आधार पर जब जुलाई माह की अटेंडेंस चेक की गई तो पता चला कि कोई 11 बजे आ रहा है तो कोई 2 बजे आ रहा है। जबकि नियम है कि सुबह 10.30 से शाम 5.30 बजे तक सभी को कॉलेज में उपस्थित रहना है।

एप पर सुबह 10.30 बजे चेक इन और शाम 5.30 बजे चेक आउट के समय ही सार्थक एप पर हाजिरी लगानी है, लेकिन बहुत से लोग 12 बजे, 1 और 2 बजे भी अटेंडेंस लगा रहे थे। यही वजह थी कि शिकायत के बाद भोपाल से सख्त आदेश आए और इसके बाद लापरवाही करने वाले सभी को नोटिस जारी किए गए।

इन्हें जारी किए गए नोटिस

सार्थक एप पर मनमानी से अटेंडेंस लगाने पर डॉ. रुपेंद्र गौतम, डॉ. स्मिता बश्वंशी, डाॅ. मीना केलर, डॉ. रितु रानी, विपिन पटेल, आनंद तिवारी, विनोद कनौजिया, अनिल रैकवार, सुभाष कुशवाहा, मनीष रघुवंशी, सुरेश रजक, मनोज जैन, महेश सोनी, अभिषेक भुजाड़े, अंकिता सेठी, मनीष गुजराती, आभा दुबे, डॉ. नजुनिशा, डॉ. विजेन्द्र विश्वकर्मा, सौरभ राय, सुशील ठाकरे और अनीश शर्मा को नोटिस जारी किया गया है।

एनसीसी के सूबेदार ने संविदा कर्मी को कोच बताया

वन टेक ट्रेनिंग रेजिमेंट टाइप-ए सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर के सूबेदार मेजर अरिवाजागन टी ने महाकोशल कॉलेज के प्राचार्य को फुटबाल कोच प्रदान करने के लिए एक पत्र लिखा जिसमें जमकर विवाद हो रहा है। बताया जाता है कि कॉलेज में नियमित स्पोर्ट्स ऑफिसर होने के बाद भी एक संविदा कर्मी सुरेश रजक का नाम पत्र में लिखा गया है और उसे एनसीसी के कैडेट्स को फुटबाल की ट्रेनिंग के लिए उपलब्ध कराने की मांग की गई है। कॉलेज के प्राध्यापकों का कहना है कि उन्हें तो केवल फुटबाल कोच उपलब्ध कराने प्राचार्य को पत्र लिखना चाहिए था लेकिन उन्होंने सीधे एक संविदा कर्मी के नाम का उल्लेख कर गलत कार्य किया है।

सार्थक एप की मॉनिटरिंग सीधे भोपाल से होती है। हर रात करीब 1 बजे वहां से पूरी लिस्ट आ जाती है कि िकसने कितने बजे अटेंडेंस लगाई है। जो लापरवाही कर रहे हैं उन पर कार्रवाई के लिए भी निर्देश दिए जा रहे हैं। यही कारण है कि यहां करीब 22 को नोटिस जारी िकए गए हैं।

- प्रो. अल्केश चतुर्वेदी, प्राचार्य, महाकोशल कॉलेज

Created On :   5 Aug 2025 7:19 PM IST

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