Jabalpur News: ब्लड डोनेशन का डर दूर कीजिए ऑक्सीजन आपके लिए भी जरूरी

ब्लड डोनेशन का डर दूर कीजिए ऑक्सीजन आपके लिए भी जरूरी
  • वर्ल्ड ब्लड डोनर्स डे आज- रक्तदान करने से आरबीसी ज्यादा O2 को शरीर में पहुंचाने मदद करती है
  • सीनियर पैथोलाॅजिस्ट डॉ. संजय मिश्रा कहते हैं कि ब्लड डोनेशन से रक्त में ऑक्सीजन परिवहन क्षमता बढ़ती है।

Jabalpur News: रक्तदान के हमारे शरीर को अनेक ऐसे फायदे हैं जिनसे अब भी 90 फीसदी लोग अनजान हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि एक बार यदि ब्लड डोनेट करते हैं, तो हमारे शरीर में लाल रक्त कणिकाओं को ऑक्सीजन परिवहन की ज्यादा ताकत मिलती है। लाल रक्त कणिकाएं 120 दिन जिंदा रहती हैं, यदि ब्लड डोनेट करते हैं तो फिर नई आरबीसी बन जाती हैं और हम पहले से ज्यादा तंदुरुस्त हो जाते हैं।

सीनियर पैथोलाॅजिस्ट डॉ. संजय मिश्रा कहते हैं कि ब्लड डोनेशन से रक्त में ऑक्सीजन परिवहन क्षमता बढ़ती है। अनचाहे रोगों को पता ब्लड डोनेशन के दौरान चल जाता है। हृदय के लिए भी यह फायदेमंद है क्योंकि इसमें एडीशनल वाॅल्यूम कम हो जाता है। डॉ. मिश्रा के अनुसार आरबीसी डोनेशन से हमारे शरीर में अतिरिक्त ऊर्जा का नियंत्रण होता है। ब्लड डोनेशन मानसिक शांति भी देने वाला है। ब्लड डोनेशन को लेकर लेकिन अब भी समाज में जागरूकता की कमी है। इसको लेकर और ज्यादा सजग होना आवश्यक है।

विसंगति का सामना करते हैं चिकित्सक

अस्पतालों में रक्तदान के बाद 50 से 60 फीसदी परिजनों की यह डिमाण्ड होती है कि एक्सचेंज में मरीज को उन्हीं के रिश्तेदार का खून लगाया जाए। इस मांग के पालन में चिकित्सकों को बड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ता है। पेशेंट के रिलेटिव को समझाना पड़ता है कि जो ब्लड आपने डोनेट किया है। हेपेटाइटिस बी, सी, एचआईवी, मलेरिया और सिफेलिस जैसी बीमारी तो नहीं, यह चेक किया जाता है।

पूरे जिले में 30 हजार यूनिट रक्त एक्सचेंज दान में मिलता है

42 हजार यूनिट जरूरी जो किसी तरह मेंटेन होता है

इन को तुरंत खून मिलता है

खून एक्सचेंज में मिलता है लेकिन कुछ मरीजों को तुरंत उपलब्ध थैलेसीमिया पीड़ित, सिकलसेल, कैंसर मरीज, दुर्घटना और प्रसूता को।

12 ग्राम हीमोग्लोबिन जरूरी- मेडिकल ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. शिशिर चिनपुरिया कहते हैं कि 12 से 17 हीमोग्लोबिन होने पर रेगुलर ब्लड डोनेट करना चाहिए। डोनेशन के लिए हीमोग्लोबिन कम से कम 12 होना जरूरी है। वैसे पुरुषों में हीमोग्लोबिन की सामान्य सीमा 13.5-17.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर और महिलाओं में 12.0 - 15.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर होना चाहिए।

रिश्ते कमजोर लेकिन अब खून गाढ़ा हो रहा

जिला अस्पताल ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अमिता जैन कहती हैं कि जो बात बीते सालों में कुछ ऑब्जर्वेशन में सामने आई कि कोविड के बाद ब्लड के गाढ़े होने के मामले बढ़ गए हैं। पहले 6 माह में कोई 1 व्यक्ति आता था, जिसका हीमोग्लोबिन 17 से अधिक हो, लेकिन अब महीने में 1-2 व्यक्ति आ जाते हैं। ऐसे व्यक्तियों का ब्लड किसी के काम नहीं आता। इन लोगों को चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए।

Created On :   14 Jun 2025 3:33 PM IST

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