Jabalpur News: प्रश्न-पत्र में समाधि को मकबरा लिखे जाने पर जताया विरोध

प्रश्न-पत्र में समाधि को मकबरा लिखे जाने पर जताया विरोध
  • अभाविप ने रादुविवि में किया विरोध प्रदर्शन
  • विरोध प्रदर्शन के चलते विवि के प्रशासनिक भवन के सामने देर तक हंगामा मचा रहा।
  • रादुविवि कार्यपरिषद सदस्य चंद्रशेखर पटेल ने भी इस मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई के लिए कुलगुरु को पत्र लिखा है।

Jabalpur News: रादुविवि द्वारा बीएससी द्वितीय वर्ष की परीक्षा के प्रश्न पत्र में रानी दुर्गावती के लिए अपमानजनक शब्दों का उपयोग करने के विरोध में अभाविप ने प्रदर्शन करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। विरोध प्रदर्शन के चलते विवि के प्रशासनिक भवन के सामने देर तक हंगामा मचा रहा। छात्र संगठन के सदस्यों ने बताया कि विवि के बीएससी द्वितीय वर्ष के एफसी 2 के पेपर में वीरांगना रानी दुर्गावती की समाधि स्थल लिए 'मकबरा' शब्द का उपयोग किया गया, जो न केवल ऐतिहासिक रूप से गलत है, इस प्रकार का कृत्य वीरांगना रानी दुर्गावती का घोर अपमान है।

यह न केवल लापरवाही है, बल्कि हमारे इतिहास, संस्कृति और गौरवशाली बलिदान का अपमान भी है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विवि प्रशासन से मांग की है कि पेपर सेटर, मॉडरेटर, कंपेयरर एवं परीक्षा नियंत्रक पर इस प्रकार की लापरवाही करने पर कार्यवाही की जाए व परीक्षा नियंत्रक को पद से मुक्त किया जाए। प्रदर्शन के दौरान माखन शर्मा, ऐश्वर्य सोनकर, आर्यन पुंज, तनिष्क राज सिंह, अनमोल सोनकर, तृषा पांडे, तनिष्क पांडे, सत्यम पटेल, शशांक शर्मा, भास्कर पटेल, आयुष यादव एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

कार्य परिषद सदस्य ने भी जताया आक्रोश

रादुविवि कार्यपरिषद सदस्य चंद्रशेखर पटेल ने भी इस मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई के लिए कुलगुरु को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि प्रश्नपत्र में वीरांगना रानी दुर्गावती की 'समाधि'को मकबरा के रूप में दर्शाया गया है। यह न केवल एक गंभीर ऐतिहासिक त्रुटि है, बल्कि वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान, सम्मान एवं हमारी सांस्कृतिक अस्मिता का भी अपमान है।

‘मकबरा’ शब्द का प्रयोग शहीदों और आत्मोत्सर्ग करने वाली वीरांगनाओं के लिए अनुचित ही नहीं, बल्कि अपमानजनक भी है। ऐसे गौरवशाली व्यक्तित्व के लिए प्रश्नपत्र में इस प्रकार की शब्दावली न केवल लापरवाही, बल्कि गंभीर अकादमिक व सांस्कृतिक अपराध की श्रेणी में आती है। इस घटना को अक्षम्य मानते हुए संबंधित प्रश्नपत्र निर्माताओं एवं उत्तरदायी अधिकारियों के विरुद्ध त्वरित एवं कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

गोंडवाना संघ ने की कार्रवाई की मांग

गढ़ा गोंडवाना संरक्षण संघ के सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने विवि के कुलगुरु प्रो. राजेश कुमार वर्मा से इस प्रकरण पर चर्चा की और उन्हें पत्र सौंपकर सख्त कार्रवाई की मांग की। पत्र सौंपने वालों में किशोरी लाल भलावी, अजय झारिया, सुखदीन कटारे, एम.एल.रैकवार, गया प्रसाद धुर्वे, राजू गौंड आदि शामिल रहे। संगठन ने चेतावनी दी है कि उचित कार्रवाई नहीं हुई तो तीव्र आंदोलन किया जाएगा।

Created On :   6 May 2025 1:38 PM IST

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