Jabalpur News: टीचर-टीचर ही होता है, नोटिस देना पड़ा भारी, पूरे शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप

टीचर-टीचर ही होता है, नोटिस देना पड़ा भारी, पूरे शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप
शिक्षिका ने कहा- मेरे पर्सनल मोबाइल का डेटा, फोटो और लोकेशन मैं क्यों शेयर करूं

Jabalpur News: ई-अटेंडेंस न लगाने पर एक शिक्षिका को प्रिंसिपल ने शोकॉज नोटिस जारी किया और उनसे जवाब मांगा गया कि वे ई-अटेंडेंस क्याें नहीं लगा रही हैं। इस पर शिक्षिका ने नोटिस का जवाब वाट्सएप के जरिए देते हुए साफ कह दिया कि विभाग ने उन्हें मोबाइल नहीं दिया है और जो मोबाइल वे रखती हैं वह उनके द्वारा खरीदा गया है जिसमें उनकी फोटो सहित तमाम डाटा उनका है और वे किसी भी तरह से अपनी फोटो, लोकेशन या अन्य जानकारी किसी थर्ड पार्टी एप को शेयर नहीं कर सकती हैं क्योंकि इससे उनकी निजता का हनन होता है। अभी तक शिक्षा विभाग को किसी ने भी ऐसा जवाब नहीं दिया था जिससे पूरे महकमे में हड़कंप है।

श्रीमती ज्योति पाण्डे उच्चतर माध्यमिक शिक्षक महाराजपुर को स्कूल प्रिंसिपल ने कारण बताओ नोटिस देकर कहा था कि वरिष्ठ कार्यालय द्वारा जानकारी में यह देखा गया है कि आपके द्वारा हमारे शिक्षक एप पर ई-अटेंडेंस नहीं लगाई जा रही है, जबकि शासन द्वारा समस्त लोक सेवकों को उक्त एप पर अटेंडेंस लगाना अनिवार्य किया गया है। अतः आप अपना स्पष्टीकरण तत्काल कार्यालय में प्रस्तुत करें कि आपके द्वारा हमारे शिक्षक एप पर ई-अटेंडेंस क्यों नहीं लगाई जा रही है।

अवकाश के समय दिया पत्र

शिक्षिका श्रीमती ज्योति पांडे ने नोटिस के जवाब में प्राचार्य को पत्र लिखकर जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा कि विद्यालय समय समाप्ति के निकट समय पर मुझे पत्र दिया गया। 18 से 23 अक्टूबर तक शाला में दीपावली अवकाश है अत: मैं इस पत्र की फोटो वाट्सएप के माध्यम से प्रस्तुत कर रही हूं। वर्तमान में मेरे पास जो एंड्रॉयड फोन है वह शासन द्वारा प्रदत्त न होकर मेरा निजी है, जिसमें मेरी निजी जानकारी, फोटो, व्यक्तिगत जानकारी, वित्तीय जानकारी आदि होती है। शासन द्वारा उसके डाटा और साइबर क्राइम से सुरक्षा के आश्वासन से क्षतिपूर्ति के आश्वासन के बिना किसी थर्ड पार्टी एप को फोन की एक्सेस देना संभव नहीं है।

नोटिस और उसके जवाब की जानकारी फिलहाल मुझे नहीं है, लेकिन यह तय है कि शासन ने जो भी आदेश दिए हैं उनका पालन हर हाल में होना चाहिए। ई-अटेंडेंस के लिए शासन ने ही नियम बनाए हैं और अधिकांश शिक्षक और कर्मी इसका पालन कर रहे हैं। इस मामले में जल्द उचित निर्णय होगा।

- घनश्याम सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी

Created On :   22 Oct 2025 6:01 PM IST

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