Jabalpur News: बेजान रिकाॅर्डों को एसी की ठंडी हवा मासूम और बुजुर्ग झुलस रहे गर्मी में

बेजान रिकाॅर्डों को एसी की ठंडी हवा मासूम और बुजुर्ग झुलस रहे गर्मी में
  • कलेक्ट्रेट में लापरवाही, आधार में सुधार कराने घंटों लाइन में लगना पड़ता है
  • कई सेंटर बंद होने से बढ़ गई मुसीबत
  • कलेक्ट्रेट में कई कक्षों काे वेटिंग रूम के नाम पर बनाया गया है

Jabalpur News: भले ही काम के हों लेकिन हैं तो बेजान ही, इसके बाद भी उन्हें एसी की ठंडी हवा में संभालकर रखा गया है और जिन्हें पलकों की छांव में सहेजकर रखा जाना चाहिए वे मासूम बच्चे और बुजुर्ग 40 और 42 डिग्री की भीषण गर्मी में घंटों लाइन में लगकर आधार कार्ड का कार्य कराने मजबूर हैं। बात हो रही है कलेक्ट्रेट की। यहां के रिकाॅर्ड रूम को हाल ही में लाखों रुपए लगाकर संवारा गया है और एसी कक्ष में रिकाॅर्डों को सहेजा गया है, जबकि कलेक्ट्रेट के ही आधार सेंटर में रोजाना महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की लाइन लगती है। जिस कक्ष में आधार का कार्य होता है वहां खड़े होना भी मुश्किल होता है। शहर में इंसान की कीमत कब समझी जाएगी।

कलेक्ट्रेट के गेट नम्बर-3 के पास आधार सेंटर है। यहां रोजाना सैकड़ों लोगों की आवाजाही होती है, जो या तो आधार कार्ड बनवाने आते हैं या उनमें सुधार के लिए पहुंचते हैं। यहां दो कमरों का भवन उनकी परीक्षा लेता है। इन दिनों भीषण गर्मी के साथ ही कोरोना का भी खतरा है, लेकिन उसके बाद भी पूरे समय लोगों की ठसाठस भीड़ रहती है। कई मर्तबा तो बच्चे और बुजुर्ग बेहोश होने की स्थिति में पहुंच जाते हैं। दावे के साथ कहा जा सकता है कि पीक ऑवर्स में यहां यदि पांच मिनट भी खड़े हो जाओ तो पसीने से नहा जाओगे। इसके बाद भी जरूरतमंद लोग यहां घंटों का समय काटते हैं।

कभी सर्वर बंद है तो कभी कर्मचारी ही नहीं

इतनी समस्या भरे कार्य में भी लोगों को आधार के लिए अक्सर परेशान किया जाता है। कभी सर्वर बंद रहता है या फिर धीमा होने का हवाला दिया जाता है, तो कभी कहा जाता है कि कर्मचारी अवकाश पर हैं। इसके बाद भी अपने कार्य के लिए आए लोग खामोशी से सब झेल जाते हैं। महिलाओं को यहां सबसे बड़ी मुसीबत यह झेलनी पड़ती है कि यहां आसपास कोई भी सार्वजनिक प्रसाधन नहीं है, जिससे उन्हें बेहद पीड़ादायी अनुभव होते हैं।

दो सेंटर बंद होने से और बढ़ गई मुसीबत

बताया जाता है कि पूर्व तक इंदिरा मार्केट में राजा गोकुलदास धर्मशाला और भानतलैया में भी आधार सेंटर कार्यरत थे, जिससे काफी हद तक भीड़ बंट जाती थी और लोगों को आधार के लिए परेशान नहीं होना पड़ता था, लेकिन लम्बे समय से दोनों सेंटर बंद हैं जिसके कारण पूरी भीड़ कलेक्ट्रेट के आधार सेंटर पर ही पहुंच रही है। हालांकि बताया जाता है िक अब जल्द ही दोनों सेंटरों में मशीनें लगने वाली हैं जिससे भीड़ कम हो जाएगी और लोगों को राहत मिलेगी।

यहां वेटिंग रूम होना चाहिए

कलेक्ट्रेट में कई कक्षों काे वेटिंग रूम के नाम पर बनाया गया है, उनकी साज-सज्जा और सुविधाएं देखकर लगता है कि आधार सुधार के लिए आने वालों को ऐसी सुविधा क्यों नहीं मिलती। यहां आने वाले भी शहर के सम्माननीय नागरिक हैं और सुविधाओं पर उनका पहला अधिकार है, लेकिन यह अधिकार कब मिलेगा इसका इंतजार है।

Created On :   13 Jun 2025 4:45 PM IST

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