Jabalpur News: काम की धीमी रफ्तार ने तालाब के सौंदर्यीकरण पर फेरा पानी

काम की धीमी रफ्तार ने तालाब के सौंदर्यीकरण पर फेरा पानी
  • हनुमानताल के हाल: तीन महीने में महज 25% हो पाया काम, 2 करोड़ स्वीकृत
  • अब बारिश बनेगी बाधा, कार्य पूरा होने पर संशय

Jabalpur News: शहर के तालाबों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण में किस तरीके से लापरवाही की जा रही है, इसका ताजा उदाहरण शहर के मध्य में स्थित हनुमानताल है। यहां पर इतनी धीमी गति से काम चल रहा है कि गर्मी के तीन माह बीतने के बाद अभी तक महज 25 प्रतिशत ही काम हो पाया है। अभी भी 75 प्रतिशत काम शेष है। काम की धीमी रफ्तार पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि जल्द ही मानसून सक्रिय होने वाला है। बारिश होते ही तालाब में पानी भर जाएगा, तो काम कैसे हो पाएगा।

उल्लेखनीय है कि शहर के मध्य में स्थित हनुमानताल तालाब के चार से पांच घाट क्षतिग्रस्त हो गए थे। तालाब के किनारे की दीवारें भी गिर रही थीं। क्षेत्रीय नागरिक लंबे समय से तालाब के जीर्णोद्धार की मांग कर रहे थे। नागरिकों का कहना है कि तालाब में हर साल प्रतिमाओं का विसर्जन होता है।

इससे तालाब में बड़े पैमाने पर मलबा एकत्रित हो गया है। तालाब से मलबा साफ कर नए सिरे से घाटों और दीवारों का निर्माण करने की मांग की जा रही थी। नागरिकों की मांग पर नगर निगम ने तालाब के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण के लिए 2 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे।

नागरिकों ने कहा- पूरा मलबा नहीं किया साफ

क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि गर्मी के तीन महीने बीतने के बाद भी हनुमानताल का पूरा मलबा साफ नहीं किया गया है। अभी भी तालाब के चारों तरफ मलबे के ढेर नजर आ रहे हैं। तालाब के मलबे को पूरी तरह साफ किया जाना चाहिए, तभी तालाब की सफाई का उद्देश्य पूरा हो पाएगा। जल्द ही बारिश शुरू होने वाली है। बारिश के पहले मलबे को साफ किया जाना चाहिए। तालाब में पानी भरने के बाद मलबे को साफ करना मुश्किल हो जाएगा।

बढ़ाया जाए मैनपावर व मशीनरी

हनुमानताल तालाब का काम काफी धीमी गति से चल रहा है। अभी तक केवल 25 फीसदी काम हो पाया है। शेष 75 फीसदी काम को पूरा करने के लिए तालाब के काम में तेजी लाई जाए। अभी तालाब के चारों तरफ की दीवार का निर्माण ही पूरा नहीं हो पाया है। इसके लिए मशीनरी और मैनपावर को बढ़ाया जाए, ताकि निर्धारित समय-सीमा में काम पूरा हो सके।

हनुमानताल तालाब का काम पूरा करने के लिए 9 महीने की समय-सीमा निर्धारित की गई है। तालाब से जितना मलबा निकालना था, वह निकाला जा चुका है। बारिश के दौरान भी काम चलता रहेगा। निर्धारित समय-सीमा में काम पूरा कर लिया जाएगा।

- जागेन्द्र सिंह, सहायक यंत्री

Created On :   2 Jun 2025 5:31 PM IST

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