Jabalpur News: वीरांगना का पराक्रम पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक

वीरांगना का पराक्रम पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक
  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रानी दुर्गावती के 462वें बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में किया नमन, समाधि स्थल का होगा विकास
  • जबलपुर की पहचान प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में बनेगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

Jabalpur News: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीरांगना रानी दुर्गावती के 462वें बलिदान दिवस के अवसर पर वीरांगना रानी दुर्गावती के समाधि स्थल नर्रई नाला पहुंचकर वीरांगना को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने रानी दुर्गावती के सुपुत्र वीरनारायण को भी पुष्पांजलि अर्पित की तथा आदिवासी समाज के आराध्य बड़ादेव की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती की वीरता, शौर्य व पराक्रम भावी पीढ़ी के लिए हमेशा प्रेरणादायक है।

जल संरक्षण व जन कल्याण की दिशा में रानी के कार्य उल्लेखनीय हैं। उनके सम्मान में हमारी सरकार ने जबलपुर में पहली कैबिनेट बैठक आयोजित की थी। उन्होंने कहा-वर्तमान समय में आदिवासी अंचल की बहन राष्ट्रपति पद को गौरवान्वित कर रही हैं। परिसीमन के बाद विधानसभा चुनाव में बहनों को भी 33 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लिया गया है।

इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके, राज्य सभा सदस्य सुमित्रा बाल्मीक, सांसद आशीष दुबे, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक सुशील तिवारी इंदू, अशोक रोहाणी, संतोष वरकड़े, डॉ. अभिलाष पांडे, नीरज सिंह, भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष राजकुमार पटेल, नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, निगमाध्यक्ष रिकुंज विज सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

ननि को 5 लाख देने की घोषणा

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान जबलपुर में होने वाली 19 किलोमीटर की मैराथन दौड़ की दूरी बढ़ाकर अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार 21 किलोमीटर किया और इस कार्य के लिए उन्होंने नगर निगम को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।

इस दौरान रानी दुर्गावती मैराथन दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले धावकों को चेक एवं प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया। बलिदान दिवस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बैगा नर्तक दल के सदस्यों के साथ जमीन पर बैठकर नगाड़ा बजाया व मंडला, डिंडोरी से आए नर्तक दल के प्रत्येक सदस्य को पांच-पांच हजार रुपए देने की भी घोषणा की।

पर्यटन स्थल के रूप में बनेगी पहचान

लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह ने कहा कि पिछले दिनों 10 करोड़ रुपए की राशि समाधि स्थल के विकास के लिए स्वीकृत कराई गई थी। आने वाले समय में रानी दुर्गावती का यह समाधि स्थल महाकौशल के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश में नारी शक्ति के बलिदान की जीती जागती मिसाल बनेगा।

उन्होंने जबलपुर के ठाकुरताल स्थित पहाड़ी पर वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम से चिड़ियाघर और रेस्क्यू सेंटर बनाने की घोषणा को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा-यह पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल होगा। इससे जबलपुर की पहचान प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में बनेगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

रानी दुर्गावती के नाम पर हो डुमना एयरपोर्ट

जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष सूरज जायसवाल ने रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शासन से मांग की है कि रानी दुर्गावती का असली सम्मान केवल माल्यार्पण या पुष्पांजलि अर्पित करने से नहीं, बल्कि जबलपुर एयरपोर्ट का नाम रानी दुर्गावती के नाम पर रखा जाए।

इसके अलावा मदनमहल रेलवे स्टेशन का नाम अमर शहीद राजा रघुनाथ शाह के नाम पर किया जाना चाहिए ताकि अमर शहीदों को उनका उचित गौरव प्राप्त हो सके। इस अवसर पर जदयू प्रदेश विधि प्रकोष्ठ महासचिव एड. राम गिरीश वर्मा, इमाम खान, उदय पाटील, नितेश सिंह व अन्य उपस्थित थे।

Created On :   25 Jun 2025 5:57 PM IST

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