Jabalpur News: रेलवे स्टेशन की पार्किंग में ऐसा चक्रव्यूह कि बिना शुल्क दिए निकलना मुश्किल

  • एक नंबर प्लेटफाॅर्म की तरफ आधा किमी का घेरा, दो रास्ते पहले ही बंद
  • वाहन पार्किंग शुल्क रेलवे बोर्ड द्वारा जो निर्धारित की गई है उसके अनुसार ही लेना है।

Jabalpur News: मुख्य रेलवे स्टेशन की पार्किंग में वसूली करने ऐसा चक्रव्यूह बनाया गया है कि वाहन चालक का बिना शुल्क दिए निकलना नामुमकिन है। खास तौर पर प्लेटफाॅर्म नंबर एक की तरफ तो सारे नियम तोड़कर वसूली की जा रही है। यहां पहुंचने के पहले चार रास्ते थे। जिनमें से इंदिरा मार्केट पुल नंबर एक की तरफ और जीआरपी थाना की तरफ से आने वाले दो मार्गों को बंद कर दिया गया है। अब सिर्फ स्टेशन पहुंचने का एक मार्ग है और दूसरे मार्ग से वाहन चालकों को बाहर निकाला जाता है इसमें भी आधा किलोमीटर का घेरा है। कुल मिलाकर बिना पैसे चुकाये कोई भी नहीं निकल सकता।

6 मिनट का नियम उसमें भी खेल

स्टेशन में अगर कोई अपने परिजनों को छोड़ने आता है तो 6 मिनट का ड्राॅप एण्ड गो का नियम है। हालांकि इसमें भी पार्किंग वाले कई बार खेल करते हैं। वे पर्ची जब देते हैं तो उसमें एक-दो मिनट का टाइम पहले ही बढ़ाकर देते हैं। वाहन चालक पर्ची लेने के बाद टाइम पर ध्यान नहीं देते हैं। वहीं चाहे एक नंबर प्लेटफाॅर्म हो या फिर 6 नंबर दोनों तरफ इतना बड़ा घेरा है कि इतने कम समय में निकल पाना कठिन होता है।

कुल मिलाकर वाहन स्टैण्ड वालों को बिना पैसे चुकाये निकल पाना आसान नहीं है। पार्किंग वालों को रेलवे अधिकारियों का भी पूरा सहयोग रहता है यही कारण है कि वसूली का पूरा खेल चल रहा है। हालांकि बीच में यह बात हो रही थी कि ड्राॅप एण्ड गो का टाइम बढ़ाकर 10 मिनट किया जाये, ताकि कोई अगर स्टेशन जाये तो परिजनों को छोड़कर आसानी से बाहर हो सके। कई बार बुजुर्ग, महिला या मरीज होते हैं इन्हें वाहन से उतरना इसके बाद सामान उतारना और फिर घूमकर बाहर निकलना यह सब 6 मिनट में संभव नहीं है। अधिकारी भी चाहें तो यह प्रैक्टिकल करके देख सकते हैं इसके बाद नियम तय करें।

बाहर से ही छोड़कर चले जाते हैं ऑटो चालक

ऑटो चालक भी स्टेशन से बहुत दूर यात्रियों को छोड़ देते हैं जिससे बुजुर्ग और महिला यात्रियों को परेशानी होती है। ऑटो चालक पार्किंग के दायरे में पहुंचे और उनसे स्टैण्ड के पैसे ले लिए जाते हैं, यही कारण है कि वे यात्रियाें से स्टेशन के अंदर तक जाने के एक्स्ट्रा पैसे मांगते हैं अगर यात्री पैसे नहीं देते तो उन्हें स्टेशन से बहुत दूर ही उतार दिया जाता है जहां से उन्हें पूरा लगेज लेकर पैदल ही प्लेटफाॅर्म तक पहुंचना होता है। यही स्थिति स्टेशन में आने पर भी बनती है। ऑटो चालक स्टेशन तक तो पहुंच जाते हैं लेकिन पार्किंग शुल्क के डर से वह वाहन बाहर ही खड़ा करते हैं, वहां तो यात्रियों को पैदल ही आना पड़ता है।

वाहनों की कोई सुरक्षा नहीं

रेलवे स्टेशन के वाहन स्टैण्ड में वसूली करने में मनमानी चल रही है। यहां हर दिन राशि डबल होती है और अगर गलती से एक सप्ताह तक दोपहिया वाहन खड़ा हो गया तो साढ़े 5 सौ रुपए से ज्यादा की वसूली की जाती है। दूसरी तरफ वाहनों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। धूप, बरसात में खुले में वाहन खड़े रहते हैं इसके बाद भी रेलवे के स्टैण्ड में कोई रियायत नहीं बरती जाती।

हर दिन पैसे बढ़ते रहते हैं, वसूली को लेकर मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर 1 और 6 पर आये दिन विवाद होते रहते हैं। स्टैण्ड संचालक भी रेलवे बाेर्ड का नियम बताकर मनमानी वसूली पर उतारू रहते हैं। वहीं पार्किंग के कर्मचारियों को यूनिफाॅर्म और नेम प्लेट लगाना अनिवार्य है। साथ ही पार्किंग में कैमरे और बैरिकेड लगाना भी जरूरी है, लेकिन ज्यादा मुनाफा कमाने नियमों का पालन नहीं किया जा रहा।

वाहन पार्किंग शुल्क रेलवे बोर्ड द्वारा जो निर्धारित की गई है उसके अनुसार ही लेना है। ड्राॅप एण्ड गो के दौरान वाहन चालकों को जाे पर्ची दी जा रही है उसकी जांच के साथ ही अगर गलत तरीके से पैसे लिए जा रहे हैं तो कार्रवाई की जाएगी।

-डाॅ. मधुर वर्मा, सीनियर डीसीएम रेलवे

Created On :   8 Sept 2025 3:45 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story