Jabalpur News: नियम विरुद्ध संचालित अस्पतालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई

नियम विरुद्ध संचालित अस्पतालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई
  • कलेक्टर द्वारा गठित जांच समिति द्वारा किन अस्पतालों की जांच की गई और उनमें क्या कमियां पाई गईं।
  • अस्पतालों के मामले में वर्ष 2022 में जनहित याचिका दायर की गई थी।

Jabalpur News: मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा है कि नियम विरुद्ध संचालित अस्पतालों के खिलाफ क्या-क्या कार्रवाई की। हाईकोर्ट ने इस संबंध में स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा व जस्टिस विनय सराफ की खंडपीठ ने शहर के बहुचर्चित न्यू लाइफ अस्पताल में हुए अग्निकांड की उच्च स्तरीय जांच कमेटी की रिपोर्ट पुलिस को सौंपने के निर्देश दिए हैं।

कोर्ट ने याचिकाकर्ता द्वारा प्रस्तुत प्रश्नावली का जवाब देने 2 सप्ताह की मोहलत दी है। लॉ स्टूडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल बघेल की ओर से कोरोना काल के समय धड़ल्ले से खोले गये अस्पतालों के मामले में वर्ष 2022 में जनहित याचिका दायर की गई थी। इसमें नियम विरुद्ध तरीके से निजी अस्पताल संचालन की अनुमति प्रदान किये जाने को चुनौती दी गई थी।

याचिका में कहा गया था कि नियमों को ताक पर रखकर, नेशनल बिल्डिंग कोड, फायर सेफ्टी के नियम, बिल्डिंग कम्प्लीशन सर्टिफिकेट की अनदेखी कर, आगजनी की स्थिति में दमकल वाहन के लिये 6 मीटर खुला क्षेत्र सहित पार्किंग स्पेस की उपलब्धता देखे बगैर कई अस्पतालों को लाइसेंस जारी किए गए हैं।

हादसे के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई| मामले के लंबित रहने के दौरान अगस्त 2022 में न्यू लाइफ अस्पताल में हुए अग्नि हादसे में 8 व्यक्तियों की दर्दनाक मौत हो गई थी। आपातकालीन द्वार नहीं होने के कारण लोग बाहर तक नहीं निकल पाए। राज्य शासन द्वारा बनाई गई उच्च स्तरीय जांच समिति ने भी तत्कालीन अधिकारियों को दोषी पाया था, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। जनवरी 2022 की स्थिति में जबलपुर में कुल कितने अस्पताल थे और किनको पंजीयन जारी किया गया था।

पंजीयन जारी करने के पूर्व किन शासकीय लोकसेवकों ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। न्यू लाइफ अस्पताल अग्निकांड में संभागायुक्त कमेटी की जांच में किन अधिकारियों को दोषी पाया गया। जांच कमेटी की रिपोर्ट को पुलिस ने अपनी जांच में क्यों शामिल नहीं किया।

कलेक्टर द्वारा गठित जांच समिति द्वारा किन अस्पतालों की जांच की गई और उनमें क्या कमियां पाई गईं। सीएमएचओ द्वारा गठित जांच समिति ने सभी अस्पतालों की बिल्डिंग कम्प्लीशन, फायर एनओसी, दमकल वाहन हेतु उपलब्ध जगह व अन्य बिंदुओं की जांच की गई थी, उसमें कहां क्या कमियां पाई गईं।

Created On :   8 July 2025 6:27 PM IST

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