मध्यभारत का पहला सुनियोजित शहर बनेगा जबलपुर

मध्यभारत का पहला सुनियोजित शहर बनेगा जबलपुर
विकास कार्यों की समीक्षा बैठक बोले सीएम, युवाओं को मिलेंग रोजगार के अवसर

डिजिटल डेस्क जबलपुर। जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर रोजगार आधारित औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए 5 वर्षीय रोडमैप तैयार किया जाएगा। साथ ही प्रदेश और जिलों के उद्योगपतियों की जिला स्तर पर इन्वेस्टर समिट आयोजित की जाए। उन्होंने कहा कि अभी भी कई सेक्टर ऐसे हैं जहाँ निवेश और रोजगार के असीमित अवसर हैं। बाहर के उद्योगपति तो आकर उद्योग लगाएँगे ही, साथ ही स्थानीय उद्योगपतियों को भी प्रमोट किया जाए। यह निर्देश बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर में आयोजित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान दिए।





समीक्षा बैठक में जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने मध्य भारत के सुनियोजित शहर निर्माण की रूपरेखा प्रस्तुत की। जिसमें नमामि देवी नर्मदे परियोजना को विशेष रूप से रेखांकित किया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें स्थानीय 18 घाटों को एक दूसरे से ऐसे कनेक्ट किया जाएगा, इसी में आरोग्य धाम ग्राम भी विकसित होगा। इसके अलावा 15वें वित्त आयोग के इनक्यूबेशन ऑफ 8 न्यू सिटीज के तहत जबलपुर में टेक्सटाइल एवं लॉजिस्टिक क्लस्टर का प्रस्ताव भारत शासन को प्रेषित किया गया है। जिसकी कुल लागत 3727.16 करोड़ रुपए है। इस योजना का कुल क्षेत्र 332 हेक्टेयर प्रस्तावित है। साथ ही पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से होटल, अस्पताल, स्कूल, मॉल, लॉजिस्टिक पार्क, हाइराईज एवं अन्य रहवासी इमारतों का निर्माण किया जाएगा। बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके, केन्?द्रीय इस्?पात एवं ग्रामीण विकास मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि व वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

महाकौशल में प्रस्तावित नई परियोजनाएँ



प्रमुख सचिव उद्योग संजय शुक्ला ने महाकौशल क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र में आए व्यापक बदलाव की जानकारी का प्रेजेंटेशन दिया। उद्योग विभाग द्वारा महाकौशल क्षेत्र में आगामी नवीन परियोजनाओं की तैयारी की गई है। इनमें जबलपुर के सिहोरा में 240 करोड़ की लागत से 1379 एकड़ क्षेत्र में प्रमुख अधोसंरचना कार्य प्रस्तावित है। औद्योगिक क्षेत्र उमरिया डुंगरिया का विस्तार 60.5 एकड़ में किया जा रहा है। औद्योगिक क्षेत्र हरगड़ में 19.22 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। साथ ही औद्योगिक विकास केंद्र मनेरी मंडला में 45.36 करोड़ से डिस्ट्रीब्यूशन पाइप लाइन का कार्य प्रगति पर है।



Created On :   3 Jan 2024 6:03 PM GMT

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