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दर्दनाक हादसा: बहन को कॉलेज छोड़ने जा रहा था भाई, दोनो की जिन्दगी का यह सफर रह गया अधूरा

- हादसे ने लूट ली परिवार की खुशियां
- वाघोली गांव के भाई-बहन की मौके पर दर्दनाक मौत
- औसा-निलंगा हाईवे पर भीषण सड़क हादसा
Latur News. जिले में सोमवार को एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ। औसा–निलंगा राष्ट्रीय राजमार्ग पर 7 अक्टूबर दोपहर करीब 12 बजे एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को जबरदस्त टक्कर मारी, जिससे वाघोली गांव के रहने वाले भाई-बहन की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोलकाता से आ रहा ट्रक औसा शहर के पास पोतदार स्कूल के समीप पहुंचा ही था कि सामने से आ रही बाइक से उसकी जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में गायत्री प्रभाकर शिंदे और उसका भाई प्रसाद प्रभाकर शिंदे, निवासी वाघोली (तहसील औसा), दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि प्रसाद अपनी बहन को कॉलेज छोड़ने जा रहा था।
टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और दोनों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। हादसे के बाद सड़क पर भयावह दृश्य देखने को मिला। आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और सहायता का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
सूचना मिलते ही औसा पुलिस मौके पर पहुंची, पंचनामा किया गया और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए औसा ग्रामीण अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने ट्रक और उसके चालक को हिरासत में ले लिया है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि हादसा ट्रक की तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण हुआ।
हादसे के बाद वाघोली गांव में मातम छा गया। परिजन, मित्र और ग्रामीण बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे और मृतक भाई-बहन को श्रद्धांजलि दी। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को त्वरित आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि औसा–निलंगा राजमार्ग पर वाहन अक्सर तेज रफ्तार में चलते हैं और पहले भी कई दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं। उन्होंने प्रशासन से इस मार्ग पर स्पीड लिमिट, स्पीड ब्रेकर, सीसीटीवी कैमरे और सख्त ट्रैफिक निगरानी की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
औसा पुलिस थाने ने रात 8 बजे जानकारी देते हुए बताया कि नागरिकों को गति सीमा का पालन करने, हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करने तथा ट्रैफिक नियमों का पालन करने की सख्त सलाह दी गई है।
अधिकारियों ने कहा कि “सड़क पर एक पल की लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है।”
यह हादसा न केवल दो मासूम जिंदगियाँ छीन गया, बल्कि एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर गया है। वाघोली गांव में अब भी गहरा सन्नाटा और शोक का माहौल है।
Created On :   7 Oct 2025 9:00 PM IST