Latur News: शिवसैनिकों का गुस्सा फूटा!, सरकारी विश्रामगृह में हॉल न देने पर कांच के दरवाजे तोड़े

शिवसैनिकों का गुस्सा फूटा!, सरकारी विश्रामगृह में हॉल न देने पर कांच के दरवाजे तोड़े
  • ठाकरे गुट की शिवसेना के कार्यकर्ता सोमवार को उग्र हो गए
  • समीक्षा बैठक के लिए सरकारी विश्रामगृह में हॉल न मिलने से नाराज़
  • प्रशासन ने मना कर दिया था कि हॉल उपलब्ध नहीं कराया जा सकता

Latur News. उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट की शिवसेना के कार्यकर्ता सोमवार को उग्र हो गए। मराठवाड़ा स्तरीय आंदोलन की पृष्ठभूमि पर आयोजित समीक्षा बैठक के लिए सरकारी विश्रामगृह में हॉल न मिलने से नाराज़ शिवसैनिकों ने तोड़फोड़ की। यह घटना 7 अक्टूबर की दोपहर करीब 12:30 बजे की है। शिवसेना (उद्धव गुट) के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद में विरोधी पक्ष नेता अंबादास दानवे बैठक के लिए पहुंचे थे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से सरकारी विश्रामगृह का हॉल उपलब्ध कराने की मांग की थी, लेकिन प्रशासन की ओर से यह कहते हुए मना कर दिया गया कि हॉल उपलब्ध नहीं कराया जा सकता।


यह सुनते ही शिवसैनिकों का गुस्सा फूट पड़ा। नाराज़ कार्यकर्ताओं ने विश्रामगृह के कांच के दरवाजे तोड़ दिए और नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया। कुछ देर के लिए विश्रामगृह परिसर में तनावपूर्ण माहौल बन गया। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने बड़ी संख्या में बंदोबस्त तैनात किया।

अंबादास दानवे ने भोजन कक्ष में ली बैठक

घटना के शांत होने के बाद अंबादास दानवे ने विश्रामगृह के भोजन कक्ष (डायनिंग हॉल) में ही मराठवाड़ा स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की। इस घटना के बाद प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों ही स्तरों पर खलबली मच गई है।

अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी और निर्णय प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी पर भी सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए हॉल देने से इनकार किया था। वहीं, शिवसैनिकों ने इसे “राजकीय दडपशाही” (राजनीतिक दबाव) का परिणाम बताते हुए जोरदार विरोध दर्ज कराया। फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा किया है और शिवाजी नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।

Created On :   7 Oct 2025 8:51 PM IST

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