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Latur News: फिर भूकंप जैसी आवाज़ से नागरिकों में डर का माहौल, एनसीएस की रिपोर्ट में क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित

- घर छोड़ रास्ते पर निकले लोग
- एनसीएस की रिपोर्ट ने किया स्पष्ट
- अहमदपुर तहसील में भूकंप की आधिकारिक पुष्टि नहीं
Latur News. जिले में एक बार फिर भूगर्भ से आई रहस्यमयी आवाज़ों ने नागरिकों में भय का वातावरण बना दिया। सोमवार, 6 अक्टूबर की दोपहर अहमदपुर तहसील के सलगरा और आसपास के क्षेत्रों में भूकंप जैसी आवाज़ सुनाई देने और हल्के झटके महसूस होने की खबर फैलते ही लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कई लोग एहतियातन घरों से बाहर निकल आए। यह घटना लगभग सुबह 11:55 से दोपहर 12:05 बजे के बीच घटित हुई बताई जाती है। हालांकि, नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) की जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अहमदपुर तहसील या आसपास के किसी भी हिस्से में भूकंप का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड दर्ज नहीं हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सलगरा गांव और आसपास के नागरिकों ने जमीन में कंपन महसूस होने की सूचना प्रशासन को दी थी। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने तुरंत एनसीएस से संपर्क साधकर जांच की मांग की। जांच के बाद एनसीएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि क्षेत्र में कोई भूकंपीय गतिविधि दर्ज नहीं हुई है, और जो कंपन महसूस किए गए, वे संभवतः स्थानीय कारणों से उत्पन्न हुए होंगे।
जिला प्रशासन ने बताया है कि स्थिति पूरी तरह सामान्य है और किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है। आपत्ती व्यवस्थापन विभाग को सतर्क रखा गया है तथा सभी नियंत्रण कक्षों को चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
अहमदपुर तहसील में भूकंप की आधिकारिक पुष्टि नहीं
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि तहसील में किसी भूकंप की पुष्टि नहीं हुई है, इसलिए नागरिकों को डरने की कोई आवश्यकता नहीं है।
क्यों डरे हुए हैं लोग?
गत सितंबर माह से भूगर्भ से आ रही रहस्यमयी आवाज़ों ने नागरिकों में भय का माहौल बना दिया है। लगातार बारिश और हल्के झटकों जैसी घटनाओं से लोगों में प्राकृतिक आपदा की आशंका बनी हुई है।
लातूर जिले के निलंगा, शिरूर अनंतपाल, औसा, रेणापूर और लातूर तहसील सहित कई क्षेत्रों में पिछले कुछ महीनों में हल्के झटके, आवाज़ें और कंपन महसूस होने की घटनाएं सामने आई हैं।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार
- 23 सितंबर 2025 को सुबह 8:13 बजे मुरुड-अकोला क्षेत्र में 2.3 रिक्टर स्केल,
- 24 सितंबर को हासोरी परिसर में 2.4 रिक्टर स्केल,
- और 26 सितंबर को बोरवटी क्षेत्र में 2.2 रिक्टर स्केल तीव्रता के झटके दर्ज किए गए थे
इसके अलावा, बोरवटी, दगडवाडी, रामपुर, सलगरा (लातूर), हासोरी, बदूर, उस्तुरी, कलांडी (निलंगा), औसा, शिरूर अनंतपाल, राणी अंकुलगा, घुगीसांगवी, कुंभारवाडी (रेणापूर) आदि इलाकों से भी आवाज़ें और कंपन की जानकारी प्रशासन को दी गई थी।
जिला प्रशासन ने इन घटनाओं की विस्तृत रिपोर्ट NCS, भारतीय मौसम विभाग (IMD), भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण संस्था (GSI) और नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (NGRI) को भेजी है तथा विशेषज्ञों से वैज्ञानिक जांच और मार्गदर्शन की मांग की है।
प्रशासन की अपील
जिला आपत्ती व्यवस्थापन प्राधिकरण, लातूर ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और केवल प्रशासन द्वारा जारी आधिकारिक जानकारी पर भरोसा रखें।
यदि किसी को किसी भी प्रकार की असामान्य आवाज़ या कंपन महसूस हो, तो वह तुरंत नजदीकी तहसील कार्यालय या तहसीलदार को सूचित करें। प्रशासन ने यह भी कहा है कि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी शंका की स्थिति में तत्काल स्थानीय प्रशासन को जानकारी दें।
जिला प्रशासन का संदेश
“नागरिकों को डरने या भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। 6 अक्टूबर को सलगरा क्षेत्र में जो हल्के झटके महसूस किए गए थे, उनकी रिपोर्ट में कोई भूकंप दर्ज नहीं हुआ है। स्थिति पूरी तरह सामान्य है।”
Created On :   6 Oct 2025 8:58 PM IST