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ठाणे मनपा के कलवा अस्पताल में24 मरीजों की मौत, स्वतंत्र कमेटी करेगी जांच
- अब तक मृतकों की संख्या हुई 24, प्रशासन पर उठे सवाल
- मुख्यमंत्री ने दिए स्वतंत्र जांच कमेटी गठित करने के आदेश
- मृतक मरीजों के परिजनों ने अपर्याप्त सुविधाओं को जिम्मेदार ठहराया
डिजिटल डेस्क, ठाणे। महानगर पालिका स्थित कलवा के छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में शनिवार की रात में 18 मरीजों की मौत से हड़कंप मच गया है। एक ही रात में 10.30 बजे से रविवार की सुबह 8.30 बजे तक महज 10 घंटों में 18 मरीजों की मौत से अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह में अस्पताल में शनिवार तक इलाज के अभाव में छह मरीजों की मौत हो गई थी। अस्पताल में अब तक मृतक मरीजों की संख्या बढ़कर 24 तक हो गई है। मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अस्पताल में 18 मरीजों की मौत पर संज्ञान लिया है और एक स्वतंत्र जांच समिति के गठन का आदेश दिया है, जिसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य सेवा आयुक्त करेंगे।
बाहरी विशेषज्ञों की कमेटी करेगी जांच
आयुक्त बांगर ने कहा कि जांच समिति में कलेक्टर, निगम प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक और सिविक सर्जन समेत अन्य शामिल होंगे। मामले की पारदर्शी जांच के लिए मनपा की जांच कमेटी नियुक्त करने के बजाय बाहरी विशेषज्ञों की कमेटी नियुक्त की गई है। जल्द ही इस कमेटी की बैठक होगी और मरीजों की मौत का सही कारण सामने आएगा।
डीन दो दिन में देंगे रिपोर्ट
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि अस्पताल के डीन को इस मामले में दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है। डीन की रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। यह अस्पताल राज्य चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अंतर्गत आता है। इसके मंत्री हसन मुशरिफ अस्पताल पहुंच गए हैं और वह मामले को देख रहे हैं।
परिजनों ने लगाए आरोप
मृतक मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही, डॉक्टरों और नर्सों की कमी, अपर्याप्त सुविधाओं को जिम्मेदार ठहराया है। इनमें से 13 मरीज आईसीयू में और 5 मरीज सामान्य वार्ड में भर्ती थे।
मनपा प्रशासन ने दी सफाई
मनपा प्रशासन ने खुलासा किया है कि इन सभी मरीजों को गंभीर अवस्था में आखिरी वक्त में अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। कोशिशों के बाद भी हम इन्हें बचा नहीं पाए। कलवा अस्पताल में जिन मरीजों की मौत हुई है, उन्हें 1 अगस्त से 12 अगस्त के बीच अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसमें ठाणे-6, कल्याण-4, भिवंडी-3 और उल्हासनगर, साकीनाका, गोवंडी के एक-एक मरीज शामिल हैं।
बीमारी के लक्षण
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि मरने वाले मरीजों में से कुछ दुर्घटना के शिकार थे, कुछ की मौत अल्सर, लीवर खराब होने, निमोनिया, जहर खाने, डायलिसिस, सिर में चोट, मूत्र संक्रमण, ऑक्सीजन की कमी, बीपी में गिरावट, बुखार आदि के कारण हुई। मृतकों में एक 4 साल का बच्चा भी है, जिसकी मौत का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।
मरीजों की मौत दुःखद-आव्हाड
राकांपा विधायक व पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने रविवार को कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। आव्हाड ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसका जवाब प्रशासन को देना होगा। अस्पताल को ऑडिट कर इस पूरे मामले का खुलासा करना चाहिए।
विपक्ष ने उठाए सवाल
इस घटना पर एमएनएस, ठाकरे गुट, एनसीपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, सांसद सुप्रिया सुले, राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, सांसद अमोल कोल्हे सहित कई नेताओं ने ट्विट कर मृतक के परिजनों के प्रति सांत्वना व्यक्त की है। इन लोगों ने तत्काल इस संदर्भ में कदम उठाने, स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के साथ ही दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अभिजीत बांगर, मनपा आयुक्त-ठाणे के मुताबिक उपचार के क्रम की जांच की जाएगी और मृतकों के परिजनों के बयान आदि दर्ज किए जाएंगे। कुछ परिजनों द्वारा लगाया गया लापरवाही का आरोप एक गंभीर मामला है, जिस पर जांच समिति गौर करेगी।
Created On :   13 Aug 2023 8:26 PM IST