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महाराष्ट्र में लगभग 30 लाख दिव्यांग, केवल 9.44 लाख के पास ही यूडीआईटी कार्ड
- पुणे और ठाणे में सबसे ज्यादा कार्ड धारक
- 20.50 लाख दिव्यांगों को नहीं मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ
- ऑनलाइन करना होता है आवेदन
डिजिटल डेस्क, मुंबई, अमित कुमार। महाराष्ट्र में 2011 की जनगणना के अनुसार 29 लाख 63 हजार 392 दिव्यांग हैं। मगर अभी तक 9 लाख 44 हजार 820 दिव्यांगों के पास ही विशिष्ट पहचान पत्र (यूडीआईडी) उपलब्ध है। प्रदेश भर में सबसे अधिक पुणे में 62 हजार 249 और ठाणे में 60 हजार 398 दिव्यांगों ने यूडीआईडी बनवाया है। मुंबई शहर में 31 हजार 558, मुंबई उप-नगर में 17 हजार 693, नागपुर में 35 हजार 735, अमरावती में 42 हजार 181 और अहमदनगर में 35 हजार 317 दिव्यांगों के पास यूडीआईडी उपलब्ध है। यूडीआईडी के जरिए दिव्यांगों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होती है।
राज्य सरकार के दिव्यांग कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि यूडीआईडी कार्ड नहीं होने के कारण दिव्यांगों को कई योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। इसलिए दिव्यांगों का यूडीआईडी बनाने के काम को गति देने का फैसला लिया गया है। सरकार दिव्यांगों के द्वार अभियान के तहत हर जिले में आयोजित शिविर लगाए जाएंगे, जिसमें अधिक से अधिक यूडीआईडी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारी ने बताया कि मई में 9 लाख 1 हजार 11 दिव्यांगों के पास यूडीआईडी था। यह संख्या बढ़ कर अब 9 लाख 44 हजार 820 हो गई है। अधिकारी ने कहा कि 2011 के बाद जनगणना नहीं हो पाई है। दिव्यांगों की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए राज्य में एक सर्वे कराने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है।
ऑनलाइन करना होता है आवेदन
दिव्यांगों को यूडीआईडी बनवाने के लिए केंद्र सरकार की स्वावलंबन कार्ड की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है। फिर दिव्यांगों को घर पर यूडीआईडी उपलब्ध कराया जाता है। रेलवे, एसटी में कंसेशन सहित अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए दिव्यांग यूडीआईडी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऐसा होता है यूडीआईडी कार्ड
यूडीआईडी पर दिव्यांग की फोटो, नाम, यूडीआईडी नंबर, दिव्यांगता का प्रकार और प्रतिशत, जन्म तारीख अंकित होती है। यूडीआईडी पर लगे बारकोड के स्कैन करने पर संबंधित दिव्यांग का नाम, आधार कार्ड नंबर सहित पूरी जानकारी ऑनलाइन मिल जाती है।
छह महीने में सभी दिव्यांगों को कार्ड
राज्य के सभी दिव्यांगों का अगले छह महीने में यूडीआईडी बनवाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए हर जिले में शिविर लगाए जाएंगे। इसके लिए व्यापक अभियान भी चलाया जाएगा।
बच्चू कडू, दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री तथा दिव्यांगों के द्वार अभियान के मुख्य मार्गदर्शक है।
राज्य में यूडीआईडी की स्थिति
यूडीआईडी के लिए प्राप्त आवेदन -14,49,510
वितरित यूडीआईडी -9,44,820
नामंजूर आवेदन – 2,53,716
प्रलंबित आवेदन – 2,50,974
किस जिले में कितने दिव्यांगों के पास यूडीआईडी
जिला यूडीआईडी धारक दिव्यांग
मुंबई - 31,558
मुंबई उप-नगर - 17,963
ठाणे - 60,398
पालघर - 14,920
रायगड - 21,784
रत्नागिरी - 21,666
सिंधुदुर्ग - 10,611
नागपुर संस्करण का बॉक्स
जिला यूडीआईडी धारक दिव्यांग
नागपुर 35,735
अकोला - 27,561
अमरावती - 42,181
बुलढाणा – 46,046
औरंगाबाद – 23,059
बीड़ - 24,098
जलगांव - 30,583
कोल्हापुर – 33,264
Created On :   29 Jun 2023 4:00 AM IST