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61 साल बाद भिक्षागृहों के भिक्षुकों को मिलेगा 40 रुपए मेहनताना, 14 शासकीय भिक्षागृहों में हैं 368 भिक्षुक

Mumbai News. प्रदेश के शासकीय पुरुष और महिला भिक्षागृहों में रहने वाले भिक्षुकों (भिखारियों) को अब प्रतिदिन 5 रुपए के बजाय 40 रुपए का मेहनताना मिल सकेगा। इसके लिए प्रदेश के महिला व बाल विकास विभाग ने महाराष्ट्र भिक्षा प्रतिबंध (संशोधन) अधिनियम-1664 में संशोधन करने के संबंध में अधिसूचना जारी की है। जिसमें भिक्षागृहों में रहने वाले भिक्षुकों को प्रशिक्षण में समाधानकारक प्रगति करने और अच्छा बर्ताव होने पर प्रतिदिन 40 रुपए को मेहनताना देने का प्रावधान है। प्रदेश के 14 पुरुष और महिला भिक्षागृहों में अभी 368 भिक्षुक हैं। प्रदेश के महिला व बाल विकास विभाग के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर' से बातचीत में बताया कि फिलहाल शासकीय भिक्षागृहों में रहने वाले व्यक्तियों को प्रतिदिन 5 रुपए मेहनताना दिया जाता है। इसके मद्देनजर साल 1964 के बाद नियमों में संशोधन करने का फैसला लिया गया है। इस पर नागरिक 7 अक्टूबर 2025 तक सुझाव और आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे। जिसके बाद महाराष्ट्र भिक्षा प्रतिबंध (संशोधन) नियम-2025 लागू हो जाएगा। राज्य में अक्टूबर महीने से शासकीय भिक्षागृहों के भिक्षुकों को प्रतिदिन 40 रुपए मेहनताना लागू हो जाएगा।
अदालत के आदेश पर भेजे जाते हैं भिक्षुक
अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र भिक्षा प्रतिबंध (संशोधन) अधिनियम-1664 के तहत कानून का उल्लंघन करने वाले भिक्षुकों को अदालत के आदेश पर ही शासकीय भिक्षागृहों में भेजा जाता है। इसमें अधिकांश भिक्षुकों सड़कों पर भीख मांगने वाले होते हैं। अधिकारी ने बताया कि शासकीय भिक्षागृहों में भिक्षुकों से बागवानी, सफाई, विभिन्न वस्तुओं का निर्माण का काम करवाया जाता है। उन्हें कौशल्य विकास प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इन कामों में रुचि लेने वाले भिक्षुकों को ही मेहनताना प्रदान किया जाता है। बीते अप्रैल महीने में राज्य मंत्रिमंडल ने भिक्षागृहों के मेहनताना को बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
इन जिलों में भिक्षागृह
मुंबई के चेंबूर नाका में शासकीय पुरुष और महिला अलग-अलग भिक्षुक स्वीकार केंद्र हैं। कल्याण के जांभुल में शासकीय पुरुष भिक्षागृह, रायगड के रोहा में शासकीय पुरुष भिक्षागृह, पुणे के येरवडा में शासकीय पुरुष-महिला भिक्षुक स्वीकार केंद्र, सातारा के जरंडेश्वर नाका में सरकारी पुरुष भिक्षुक स्वीकार केंद्र, सोलापुर के करमाला में शासकीय पुरुष भिक्षागृह और मालशिरस में शासकीय बेगर्स वर्क कैम्प स्वीकार केंद्र, अहिल्यानगर के श्रीगोंदा के विसापुर, चिंभले, घायपातवाडी और पिंपलगांव में शासकीय पुरुष भिक्षागृह है। नागपुर के पाटणकर चौक पर शासकीय पुरुष भिक्षागृह स्वीकार केंद्र और शासकीय महिला भिक्षागृह स्वीकार केंद्र है।
Created On :   25 Sept 2025 10:11 PM IST