निर्देश: महिला बचत समूहों को राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने बनेगा एआई आधारित एप - शिंदे

महिला बचत समूहों को राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने बनेगा एआई आधारित एप - शिंदे
  • मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिए निर्देश
  • महिला बचत समूहों को राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने बनेगा एआई आधारित एप
  • छोटा व्यवस्या शुरू कर सकेंगी महिलाएं

डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य के महिला बचत समूहों और महिला उद्यमियों के उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित डिजिटल मार्केटिंग एप विकसित करें। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह निर्देश दिए हैं। राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में इसको लेकर बैठक हुई। इसमें राज्य के कौशल्य विकास व उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढा, राज्य की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक समेत प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि बचत समूहों की ओर से तैयार वस्तुओं की काफी मांग होती है। इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने के लिए महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्नति अभियान (उमेद), दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) और महिला आर्थिक विकास महामंडल (माविम) एकत्रित आकर एकमंच निर्माण करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी इलाकों में बचत समूहों की संख्या बढ़ाई जाए। महानगर पालिकाओं को शहरी इलाकों में बचत समूहों और महिलाओं द्वारा उत्पादित वस्तुओं को बेचने के लिए स्टॉल की व्यवस्था करना चाहिए। जिला परिषद स्कूलों के मैदान पर छुट्टी के दिन बचत समूहों के स्टॉल की व्यवस्था करें। राज्य में लगभग 7 लाख 82 हजार बचत समूह कार्यरत हैं। जिसमें उमेद के लगभग 6 लाख, एनयूएलएम के 31 हजार और माविम के तहत ग्रामीण इलाकों में 87 और शहरी इलाकों में 65 हजार बचत समूह कार्यरत हैं। इस बैठक के दौरान धर्मवीर आनंद दिघे महारोजगार एप के माध्यम से सरकारी स्तर पर असंगठित कामगारों को डिजिटल जॉबकार्ड तैयार करने की परिकल्पना के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया गया।

छोटा व्यवस्या शुरू कर सकेंगी महिलाएं

शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री मेरी लाड़ली बहन योजना की राशि लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते में जमा की जा रही है। मैंने बीते दिनों कुछ महिलाओं से बातचीत की थी। जिसमें महिलाओं ने मुझसे कहा कि लाड़ली बहन योजना की राशि से छोटे व्यवसाय शुरू करने में मदद होगी। इसलिए अब महिलाओं को छोटे-बड़े व्यवसाय के लिए बाजार उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।


Created On :   16 Aug 2024 10:03 PM IST

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