गलती का अहसास: अजित ने कहा - बहन के खिलाफ पत्नी को चुनाव में उतारना थी गलती, पाटील बोले - अबतक तो सीएम बन गए होते...

अजित ने कहा - बहन के खिलाफ पत्नी को चुनाव में उतारना थी गलती, पाटील बोले - अबतक तो सीएम बन गए होते...
  • डीसीएम अजित पवार को पछतावा
  • राजनीति को घर में नहीं लाना चाहिए था
  • चुनाव में कई गलतियां हुई थीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में महाराष्ट्र के डीसीएम अजित पवार पछतावा करते नजर आए। उन्होंने कहा कि वो अपनी बहनों से बेहद प्यार करते हैं। उन्होंने माना कि राजनीति को घर में नहीं लाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अपनी बहन के खिलाफ पत्नी को चुनाव मैदान में उतारकर बड़ी गलती की है, जब्कि ऐसा कुछ होना नहीं चाहिए था। उन्होंने सफाई देते कहा कि ये फैसला मेरा नहीं था, पार्टी के संसदीय बोर्ड का था, लेकिन अब मैं खुद मानता हूं कि यह फैसला सरासर गलत था। आपको बतादें बारामती लोकसभा चुनाव में सुनेत्रा और सुप्रिया के बीच हार जीत का पेंच था, लेकिन सीधे तौर पर तो चाचा-भतीजे के बीच इसे शक्ति प्रदर्शन माना गया था। बारामती की सीट, सबसे हॉट होने का एक बड़ा कारण था कि 1967 से कभी संयुक्त पार्टी के सुप्रीमो रहे शरद पवार बतौर एमपी और एमएलए 14 बार जीत चुके हैं।


बेटी सुप्रिया के लिए शरद पवार ने खुद मोर्चा संभाला और वे अच्छी लीड से जीत भी गईं थी। लोकसभा चुनाव में अजित गुट के एनसीपी को केवल एक ही सीट मिली थी। विपक्षी इंडिया गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया था। 48 लोकसभा सीटों में 14 पर कांग्रेस, 9 पर शिवसेना उद्धव गुट और 8 पर एनसीपी अजित गुट को जीत मिली थी। एनडीए की बात करें तो भाजपा को 9 और शिवसेना शिंदे गुट को 7 सीटें मिली थी। इसके बाद तो अपनी यात्राओं के जरिए अजित पवार पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं। चाचा शरद पवार लगातार उन्हें कमजोर कर रहे हैं। कई करीबी नेताओं को अपने पाले में लाने में कामयाब हुए हैंं।


बातचीत में अजित पवार ने कहा कि उनसे चुनाव में कई गलतियां हुई थीं। लोकसभा में बारामती सीट भाभी और ननद के बीच जंग बन गई थी।

अजित पवार अगर हमारे साथ होते तो आज मुख्यमंत्री बन गए होते- जयंत पाटील

उधर राकांपा (शरद) प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने अजित पवार पर बयान देते हुए कहा कि अगर अजित हमारे साथ होते तो शायद मुख्यमंत्री बन गए होते। पाटील ने कहा कि राज्य में अब महाविकास आघाडी के पक्ष में माहौल बन गया है। दरअसल कुछ दिनों पहले अजित ने ठाणे में मुख्यमंत्री के पद पर बयान देते हुए कहा था कि अगर मुझे मुख्यमंत्री पद मिलता तो वह पूरी पार्टी के साथ भाजपा के साथ आ जाते। वैसे अजित पवार मुख्यमंत्री पद को लेकर कई बार अपनी इच्छा जाहिर कर चुके हैं। बार-बार मुख्यमंत्री पद को लेकर अजित की टीस उभरकर सामने आ ही जाती है। कुछ महीनों पहले अजित ने मुख्यमंत्री बनने की चाहत बताई थी और कहा था कि वह कितनी बार उपमुख्यमंत्री बनेंगे। अजित की मुख्यमंत्री पद की ख्वाहिश पर शरद गुट के नेता जयंत पाटील ने सोमवार को कहा कि अगर अजित पार्टी छोड़कर नहीं जाते तो वह शायद मुख्यमंत्री बन गए होते। पाटील ने कहा कि राकांपा में अजित का बहुत बड़ा कद था और महाआघाडी में मुख्यमंत्री बनने लायक थे। लेकिन एन मौके पर वह पार्टी छोड़कर चले गए।


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अजित ने कहा था कि वो तो पूरी पार्टी ही तोड़ लाते

ठाणे में राज्य के मुख्यमंत्री की जीवनी "योद्धा कर्मयोगी- एकनाथ संभाजी शिंदे" के विमोचन के मौके पर अजित ने मजाकिया लहजे में कह दिया था कि भाजपा ने एकनाथ शिंदे को कहा था कि वह विधायकों के साथ आएं और मुख्यमंत्री बन जाएं। लेकिन अगर भाजपा मुझे यही पूछता तो मैं पूरी पार्टी ( राकांपा) के साथ आ जाता। अजित ने भले ही यह बयान मजाकिया लहजे में दिया हो, लेकिन बार-बार उनकी जुबान पर मुख्यमंत्री पद की लालसा आ ही जाती है

Created On :   13 Aug 2024 5:48 PM IST

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