झटका: बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, बोले - बहुत कुछ कहना है, कह नहीं सकता

बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, बोले - बहुत कुछ कहना है, कह नहीं सकता
  • देवड़ा के बाद पार्टी को राज्य में लगा दूसरा बड़ा झटका
  • बहुत कुछ कहना चाहता हूं, लेकिन कह नहीं सकता - बाबा सिद्दीकी

डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। पिछले कई दिनों से चल रहे कयासों के बीच आखिरकार पूर्व मंत्री और मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी ने इस्तीफा दे दिया। सिद्दीकी का कहना है कि मैं एक युवा कार्यकर्ता के रूप में कांग्रेस से जुड़ा था। यह 48 वर्षों तक चलने वाली एक महत्वपूर्ण यात्रा रही है। आज मैं तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। ऐसा बहुत कुछ है जिसे मैं व्यक्त करना चाहता हूं, लेकिन कहा जाता है कि कुछ चीज जानकर भी न कही जाएं तो बेहतर होता है। मुंबई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड ने सिद्दीकी के इस्तीफे पर कहा कि जिस समय उन्हें कांग्रेस पार्टी के लिए आवाज उठानी थी, उस समय वो पार्टी छोड़कर चले गए। दरअसल कई दिनों से चर्चा थी कि बाबा सिद्दीकी अपने विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के साथ कांग्रेस छोड़कर अजित पवार की राकांपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि सिद्दीकी ने इन खबरों को अफवाह बताया था। लेकिन अब गुरुवार को उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया।

बेटा अब भी कांग्रेस में

सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी बांद्रा पूर्व विधानसभा सीट से विधायक हैं और उन्होंने अभी तक कांग्रेस छोड़ने को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। जीशान ने "दैनिक भास्कर" से बातचीत में कहा कि उनके पिता बाबा सिद्दीकी का फैसला अलग हो सकता है, लेकिन वह अभी भी कांग्रेस में बने हुए हैं। कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि जीशान सिद्दीकी ने अजित पवार से मुलाकात की थी, इसके बाद उनके अजित गुट में शामिल होने की अफवाह उड़ने लगी थीं।

जब उनकी कांग्रेस को जरूरत थी, वह छोड़कर चले गए

बाबा सिद्दीकी के कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर वर्षा गायकवाड ने कहा कि सिद्दीकी से पार्टी पिछले काफी समय से संपर्क में थी लेकिन वह सहयोग नहीं कर रहे थे। कुछ दिनों पहले जब उनके अजित गुट में शामिल होने की खबरें आईं थी तो पार्टी ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन सिद्दीकी से संपर्क नहीं हो पाया था। गायकवाड ने कहा कि जिस समय उनकी कांग्रेस को जरुरत थी, वो उस समय पार्टी छोड़कर गए हैं।

देवड़ा भी छोड़ चुके हैं कांग्रेस का साथ

कुछ दिनों पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने भी कांग्रेस छोड़कर शिवसेना (शिंदे) का दामन थाम लिया था। कांग्रेस छोड़ते समय मिलिंद ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर हो गया है। यही कारण रहा कि उन्होंने अपने परिवार से 55 साल पुराने कांग्रेस के रिश्ते को खत्म कर दिया था। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है देवड़ा को शिंदे गुट राज्यसभा भेज सकता है। हालांकि अभी तक इस पर आधिकारिक मुहर नहीं लग पाई है।

Created On :   8 Feb 2024 3:56 PM GMT

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