रेलवे: कानपुर-एलटीटी सुपर फास्ट एक्सप्रेस में उड़ी स्वच्छता-सुविधा के दावों की धज्जियां

कानपुर-एलटीटी सुपर फास्ट एक्सप्रेस में उड़ी स्वच्छता-सुविधा के दावों की धज्जियां
  • पूरे सफर में न एसी चली न ही पानी मिला
  • यात्रियों ने प्लेटफॉर्म पर धोए हाथ-मुंह

डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान। देश में हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत शुरू करने के बाद रेल मंत्रालय बुलेट ट्रेन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। वहीं मौजूदा समय में दौड़ रही लंबी दूरी की ट्रेनों को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया है। इसका अंदाजा 04151 कानपुर सेंट्रल-एलटीटी सुपरफास्ट हॉलिडे स्पेशल ट्रेन की बदहाली से लगाया जा सकता है। इस ट्रेन में न सिर्फ स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ रही थीं, बल्कि पूरे सफर में यात्रियों को कोच में न ही एसी की सुविधा मिल पाई और न ही पानी की सुविधा। प्रयागराज से मुंबई आने के लिए बीते 9 फरवरी को अपने सहयोगी के साथ इस संवाददाता ने थर्ड एसी के बी-6 कोच में यात्रा की। अपने निर्धारित समय से यह ट्रेन लगभग एक घंटा 15 मिनट देरी से प्रयागराज जंक्शन से चली और 9 घंटे की देरी से यह ट्रेन दूसरे दिन लोकमान्य तिलक टर्मिनस रात 12 बजे पहुंची। प्रयागराज से ही इस ट्रेन की एसी बंद थी और कोच में पानी नहीं था। इसकी शिकायत यात्रियों ने कोच अटेंडेंट से की। इसकी शिकायत यात्रियों ने ऑनबोर्ड टीटी से भी की थी। रात में ट्रेन में मौजूद टेक्नीशियन एसी को दुरुस्त करने के लिए आए तो लेकिन असफल रहे और बी-5 कोच और बी-7 कोच की एसी ने भी काम करना बंद कर दिया।

भुसावल में दो बार चेन पुलिंग

सतना स्टेशन गुजरने के बाद भी जब पानी की समस्या नहीं सुलझी तो यात्रियों ने एसी और पानी न होने की शिकायत एक्स (ट्विटर) और कंट्रोल रूम में फोन करके दिया। लेकिन इसे हल करने के लिए कोई नहीं आया। जब भुसावल में भी शिकायत का निवारण नहीं हुआ तो यात्रियों ने दो बार चेन पुलिंग करके ट्रेन रोक दी। लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ।

बुजुर्ग यात्री रहे परेशान

बी-6 कोच में सफर कर रहे राध्येश्याम प्रजापति अपनी पत्नी और सास के साथ सफर कर रहे थे। उन्होंने बताया कि एसी और पानी न होने से उनकी बीमार सास को काफी परेशानी उठानी पड़ी। उन्हें सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी।

बाटल के पानी और स्टेशन के जलकूप से धोना पड़ा मुंह

बी-7 कोच में सफर कर रहे यात्री राकेश पांडेय ने बताया कि सुबह होते-होते उनके कोच का पानी लगभग खत्म हो गया था। इसकी वजह से उन्होंने मुंह धोने के लिए बाटल के पानी का उपयोग किया।

कोच अटेंडेंट ने कहा हमेशा की शिकायत

इस ट्रेन का जिम्मा आरोन एविएशन नामक कंपनी को दिया गया है। इसी कंपनी के कोच अटेंडेंट अजय विश्वकर्मा ने बताया कि यह कोई पहली बार नहीं है। एसी न चलना और पानी न होने की शिकायत पहले से रही है। इसकी वजह से यात्रियों का गुस्सा हमें हर सफर में झेलना पड़ता है।

क्या कहा रेल प्रशासन

इस संबंध में मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल लीला से बात की गई तो उन्होंने इस पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने बताया कि वे इस बात की जांच करेंगे कि उक्त ट्रेन के मेंटेनेंस का मुंबई मंडल में किया जाता है या उत्तर-पूर्वी रेल मंडल में किया जाता है।

Created On :   12 Feb 2024 4:35 PM GMT

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