डीटीआई की रोजगारपरक शिक्षा योजना: उद्योग उठाएंगे पढ़ाई का खर्च

डीटीआई की रोजगारपरक शिक्षा योजना: उद्योग उठाएंगे पढ़ाई का खर्च
  • रोजगारपरक शिक्षा योजना
  • कारखानों में काम के साथ पढ़ाई करेंगे विद्यार्थी
  • हर महीने मिलेगा 16 हजार रुपए तक भत्ता

डिजिटल डेस्क, मुंबई, दुष्यंत मिश्र। तकनीकी शिक्षा निदेशालय (डीटीई) ने उद्योगों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ मिल कर विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा देने की जो योजना बनाई है, उसके तहत विद्यार्थियों को हर महीने 12 से 16 हजार रुपए तक का भत्ता मिलेगा। लर्न एंड अर्न योजना के तहत कोर्स में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को कोई फीस नहीं देनी होगी। डीटीई के प्रभारी निदेशक डॉ. विनोद मोहितकर ने बताया कि यशस्वी ग्रुप को उद्योगों और शिक्षा संस्थानों को आपस में जोड़ कर विद्यार्थियों के लिए यह योजना शुरु करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस योजना के तहत कारखानों में काम करते हुए ही विद्यार्थी सीखेंगे और शिक्षक वहीं उन्हें पढ़ाएंगे। इसके बाद उक्त विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट तो मिलेगा ही ज्यादातर को वहीं रोजगार भी मिल जाएगा।

2 हजार को दाखिला

यशस्वी संस्था के निदेशक विश्वेश कुलकर्णी ने बताया कि इस तरह की पढ़ाई का सारा खर्च उद्योग उठाएंगे। फीस, परिवहन, कैंटीन, गणवेश (यूनिफॉर्म) जैसे खर्च न सिर्फ वहन करेंगे बल्कि विद्यार्थियों को भत्ता भी देंगे। इस साल राज्य के करीब एक लाख विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाएगा। कुलकर्णी ने बताया कि नागपुर, औरंगाबाद, नाशिक, जलगांव, अकोला, मुंबई आदि में जहां भी बड़े पैमाने पर उद्योग हैं, वहां यशस्वी के कार्यालय हैं। विद्यार्थी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। अब तक राज्य के दो हजार विद्यार्थियों को दाखिला दिया जा चुका है।

पढ़ाई छोड़ने की जरूरत नहीं

कुलकर्णी ने कहा कि यह समानांतर शिक्षा का एक विकल्प है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को 10वीं-12वीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। ऐसे विद्यार्थी इस योजना का लाभ ले सकते हैं और पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। पढ़ाई छोड़ने के बाद विद्यार्थियों को अच्छी नौकरियां नहीं मिलतीं। नई योजना में तीन साल काम के अनुभव के साथ विद्यार्थियों के पास सर्टिफिकेट होगा। वे दूसरी जगह बेहतर रोजगार खोज सकेंगे।

अच्छे बोर्ड से सर्टिफिकेट, बड़ी कंपनियों में नौकरी

कुलकर्णी ने बताया कि विद्यार्थियों को पुणे यूनिवर्सिटी, महाराष्ट्र राज्य तकनीकी शिक्षा बोर्ड, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन, लैमरिन टेक स्किल यूनिवर्सिटी पंजाब जैसे कई अच्छे शिक्षा संस्थानों से कोर्स पूरा करने के बाद सर्टिफिकेट मिलेगें। इस योजना से महिंद्रा एंड महिंद्रा, कैटरपिलर, आयशर, वोल्वो जैसी कई बड़ी कंपनियां जुड़ी हुई हैं जो अपने यहां विद्यार्थियों को काम करते हुए पढ़ाई का मौका देंगी।

Created On :   28 Jun 2023 9:21 PM IST

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