बगावत सफल नहीं होती, तो शिंदे खुद को गोली मार लेते- दीपक केसरकर

बगावत सफल नहीं होती, तो शिंदे खुद को गोली मार लेते- दीपक केसरकर
  • स्कूल शिक्षा मंत्री का सनसनीखेज दावा
  • बगावत सफल नहीं हुई होती
  • शिंदे खुद को गोली मार लेते

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विद्रोह को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। केसरकर ने कहा कि यदि शिंदे का विद्रोह सफल नहीं होता, तो वे खुद के सिर में गोली मार लेते। केसरकर ने कहा कि शिवसेना में हुए विद्रोह के बाद शिंदे की भूमिका काफी स्पष्ट थी। यदि विद्रोह असफल होता, तो शिंदे बागी विधायकों को वापस (उद्धव के पास) भेजे देते। वह तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को फोन करके कह देते कि मेरी गलती है। लेकिन बाकी के विधायकों की कोई गलती नहीं है और शिंदे अपने सिर में गोली मार लेते।

केसरकर ने कहा कि शिंदे विधायकों का नुकसान नहीं होने देना चाहते थे। हम ऐसे विचार वाले मुख्यमंत्री का समर्थन नहीं करेंगे, तो आखिर किसके साथ रहेंगे? केसरकर ने कहा कि साल 2022 में शिवसेना के स्थापना दिवस के दिन प्रदेश के तत्कालीन नगर विकास मंत्री शिंदे का अपमान हुआ था। शिवसेना के स्थापना दिवस पर शिवसेना पक्ष प्रमुख तथा तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिंदे को बेहद अपमानित किया था। इससे नाराज होकर शिंदे सूरत की ओर निकल गए थे। वे आने के लिए तैयार थे, लेकिन उनके साथ बुरा बर्ताव किया गया था। केसरकर मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली शिवसेना (शिंदे गुट) के मुख्य प्रवक्ता भी हैं।

गोपनीय जानकारी छिपाने पर केसरकर की जांच हो- संजय राऊत

केसरकर के इस दावे पर शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राऊत ने कटाक्ष किया है। राऊत ने कहा कि केसरकर के कथन के अनुसार, शिंदे के मन में आत्महत्या का विचार आ चुका है। खराब मानसिक स्वास्थ्य वाला व्यक्ति सरकार का नेतृत्व कर रहा है। ऐसे में शिंदे का मानसिक स्वास्थ्य ठीक करने की जिम्मेदारी डॉक्टरों की है। लेकिन केसरकर की जांच होनी चाहिए कि उन्होंने आखिर इतने दिनों तक गोपनीय जानकारी क्यों छिपाए रखी थी।


Created On :   21 Jun 2023 9:08 PM IST

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