राजनीति: लोकसभा चुनाव 2024 , कल्याण में श्रीकांत शिंदे को घेरने में जुटा ठाकरे परिवार -

लोकसभा चुनाव 2024 , कल्याण में श्रीकांत शिंदे को घेरने में जुटा ठाकरे परिवार    -
  • सुषमा अंधारे हो सकती हैं उम्मीदवार
  • पार्टी को मजबूत करने की कवायद शुरू
  • किसी भी तरह से सीट हारना नहीं चाहते दोनों गुट

डिजिटल डेस्क, मुंबई । आगामी लोकसभा चुनाव में कल्याण लोकसभा सीट पर लोगों का खास ध्यान रहेगा। फिलहाल इस सीट से मुख्यमंत्री के सुपुत्र श्रीकांत शिंदे सांसद हैं। इसलिए उद्धव ठाकरे गुट किसी भी तरह इस सीट से श्रीकांत की हार सुनिश्चत करने में अभी से जुट गया है। पिछले दिनों शिवसेना (उद्धव) के युवा नेता आदित्य ठाकरे ने कल्याण लोकसभा क्षेत्र का दौरा किया। इसके पहले इस साल जनवरी में शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे कल्याण लोकसभा क्षेत्र में पहुंचे थे। फिलहाल उद्धव ठाकरे से इस सीट पर सांसद शिंदे का मुकाबला करने के लिए मजबूत नेता की तलाश में हैं। शिवसेना की फायरब्रांड नेता सुषमा अंधारे भी यहां से शिवसेना (उद्धव) की उम्मीदवार हो सकती हैं।

पिछले दिनों आदित्य ठाकरे कल्याण दौरे पर थे और पार्टी को नए सिरे से मजबूत करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र और कल्याण से सांसद डॉ.श्रीकांत शिंदे को चुनौती दी कि इस बार वे चुनाव लड़कर यहां से जीतकर दिखाएं। कल्याण संसदीय सीट से श्रीकांत शिंदे दूसरी बार सांसद हैं। आदित्य ठाकरे अब तक मुंबई और ठाणे की सभाओं में शिंदे पिता-पुत्र को ललकारते रहे हैं। कल्याण ठाकरे परिवार के लिए कितना महत्वपूर्ण है, यह इस बात से समझा जा सकता है कि जनवरी में उद्धव के दौरे के बाद फरवरी में आदित्य कल्याण पहुंच कर गर्जे हैं। अब तक इस सीट पर शिवसेना (अविभाजित) और राकांपा( अविभाजित) के बीच मुख्य मुकाबला होता रहा है। पर अब राजनीतिक परिस्थिति बदल गई है। राकांपा का एक धड़ा उद्धव तो दूसरा अजित के साथ है। इस बीच उल्हासनगर पुलिस स्टेशन गोलीकांड से भी यहां की राजनीति प्रभावित हुई है। इस इलाके में भाजपा और शिवसेना (शिंदे) के बीच शीतयुद्ध शुरु हो चुका है। स्थानीय भाजपा इकाई ने अपने बैनर-पोस्टर पर सांसद श्रीकांत शिंदे की तस्वीर का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। देखना होगा कि लोकसभा चुनाव आते-आते पार्टी हाईकमान दोनों दलों के स्थानीय नेताओं-कार्यकर्ताओं के बीच की दूरी कैसे मिटाता है।

क्या कहता है कल्याण संसदीय सीट का इतिहास

- 2019 के लोकसभा चुनाव में डॉ.श्रीकांत शिंदे को 62.87 फीसदी मत मिले थे। उनके पक्ष में 5,59,723 मत पड़े थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी रांकापा (संयुक्त) के बाबाजी बालाराम पाटील को मात्र 24.19 फीसदी यानी 2,15,380 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। श्रीकांत शिंदे ने इस चुनाव में 3,44,343 मतों से जीत अर्जित की थी।

- 2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ.श्रीकांत शिंदे पहले बार कल्याण सीट से उम्मीदवार थे। उस चुनाव में शिंदे के पक्ष में 4,40,892 मत पड़े थे, जबकि राकांपा (संयुक्त) के उम्मीदवार प्रकाश परांजपे को मात्र 1,90,143 वोट मिले थे। इस चुनाव में श्रीकांत शिंदे ने 2,50,749 मतों से जीत अर्जित की थी।

- 2009

आनंद प्रकाश परांजपे – शिवसेना – 2,12,476

वसंत शंकरराव देवखरे - राकांपा (संयुक्त) – 1,88,274

- 2008 उपचुनाव

आनंद प्रकाश परांजपे - शिवसेना - 4,62,766

संजीव गणेश नाइक - राकांपा (संयुक्त) - 3,71,894

- 2004

प्रकाश आनंद परांजपे - शिवसेना - 6,31,414

वसंत शंकरराव देवखरे - राकांपा - 6,09,156

"उद्धव ठाकरे आदेश दें तो मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी लड़ने के लिए तैयार हूं तो श्रीकांत शिंदे क्या चीज हैं।' -सुषमा अंधारे, शिवसेना (उद्धव) नेता

Created On :   10 Feb 2024 12:14 PM GMT

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