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विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले भारतीय छात्र, अब अपने राज्य के अस्पतालों में कर सकेंगे इंटर्नशिप
- महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल ने 1065 डॉक्टरों को इंटर्नशिप करने की दी अनुमति
- विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले भारतीय छात्रों को सुविधा
- अब अपने राज्य के अस्पतालों में कर सकेंगे इंटर्नशिप
डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान। विदेश में मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले भारतीय छात्र अब अपने राज्य के अस्पतालों में ही इंटर्नशिप कर सकेंगे। इसके लिए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने पहली बार अब हर राज्य के मेडिकल काउंसिल को इसका अधिकार दिया है। इसी अधिकार के तहत महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल ने 1065 मेडिकल छात्रों को इंटर्नशिप करने की अनुमति दे दी है। अब मेरिट आधार पर इन विद्यार्थियों को उनके पसंदीदा कॉलेज में इंटर्नशिप करने की अनुमति दी जाएगी।
देश में स्क्रीनिंग टेस्ट की प्रकिया
फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स एग्जामिनेशन (एफएमजीई) की परीक्षा देनी होगी।
राष्ट्रीय बोर्ड आयोजित करता है यह परीक्षा।
परीक्षा पास करने के बाद इंटर्नशिप के लिए छात्र को राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग में आवेदन करना होगा।
परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर उपलब्ध अस्पतालों में इंटर्नशिप की अनुमति आयोग देगा।
अब तक अनुमति मिलने के बाद किसी भी राज्य के अस्पताल में जाकर विद्यार्थी इंटर्नशिप करते थे।
अब राज्य के मेडिकल काउंसिल को इंटर्नशिप प्रक्रिया में शामिल करने से विद्यार्थी सिर्फ अपने ही राज्य के अस्पतालों में इंटर्नशिप कर सकेंगे।
क्या कहता है काउंसिल
राज्य मेडिकल काउंसिल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहली बार विदेश में पढ़कर आए मेडिकल छात्रों को इंटर्नशिप के लिए हर राज्य के मेडिकल काउंसिल को आयोग ने शामिल किया है। हर राज्य में इंटर्नशिप के लिए अस्पतालों की सूची आयोग द्वारा तैयार की गई है। महाराष्ट्र में 74 अस्पतालों की सूची बनाई गई है। इसमें सरकारी मेडिकल कॉलेज के साथ निजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पहली बार राज्य के 1065 विद्यार्थियों को इंटर्नशिप की मंजूरी महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल ने दी है।
ऑनलाइन परीक्षा देनेवाले छात्रों को करनी होगी दो साल की इंटर्नशिप
काउंसिल के मुताबिक, कोविड और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते कई विद्यार्थियों ने अपनी पढ़ाई और परीक्षा अपने देश में रहकर ऑनलाइन दी है। इन विद्यार्थियों को अस्पतालों में दो वर्ष का इंटर्नशिप करनी होगी, जबकि प्रत्यक्ष रूप से लिखित परीक्षा देनेवाले विद्यार्थियों को एक साल की इंटर्नशिप करनी होगी।
क्या कहते हैं छात्र
यूक्रेन से मेडिकल की पढ़ाई करके आए एक छात्र ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्होंने हाल ही में फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स एग्जमिनेशन (एफएमजीई) की परीक्षा दी है और इंटर्नशिप के लिए उन्होंने महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल में आवेदन किया है। आवेदन करते समय छात्रों से दस्तावेज में आधार कार्ड, डिग्री आदि के अलावा जिस शहर और राज्य में जन्मे हैं, वहां का बोनाफाइड सर्टिफिकेट भी जमा कराया गया है। इसके आधार पर हमें अपने राज्य में इंटर्नशिप करने का मौका मिल पाएगा। पहले विदेशों में पढ़ाई करके आए मेडिकल छात्रों को किसी भी राज्य में इंटर्नशिप करने की अनुमति थी।
Created On :   18 May 2023 12:30 AM IST