मुफ्त शिक्षा से वंचित रह गए 19 हजार से ज्यादा गरीब विद्यार्थी

मुफ्त शिक्षा से वंचित रह गए 19 हजार से ज्यादा गरीब विद्यार्थी
1800 करोड़ के बकाए से नाराज निजी स्कूलों ने नहीं दिया आरटीई के तहत दाखिला

डिजिटल डेस्क, मुंबई । राज्य के आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के 19 हजार से ज्यादा विद्यार्थी अच्छे स्कूलों में मुफ्त शिक्षा से वंचित गए हैं। सरकार द्वारा आरटीई के तहत दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की फीस न चुकाए जाने के चलते ऐसा हुआ है। दरअसल आरटीई के तहत निजी स्कूलों की 25 फीसदी सीटों पर आर्थिक रुप से कमजोर विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाता है जिनकी फीस सरकार चुकाती है। लेकिन लगातार बढ़ते बकाए से नाराज महाराष्ट्र इंग्लिश स्कूल ट्रस्टी एसोसिएशन (मेस्टा) ने विद्यार्थियों को संगठन से जुड़े स्कूलों में दाखिला देने से ही इनकार कर दिया था।

विधानसभा में भाजपा के योगेश सागर, कांग्रेस के बालासाहेब थोरात, नाना पटोले आदि सदस्यों ने सवाल किया था जिसके लिखित जवाब में सरकार ने स्वीकार किया है कि आरटीई के तहत विद्यार्थियों को दाखिला देने वाले स्कूलों को शैक्षणिक सत्र 2016-17 से 2020-21 दौरान का 594 करोड़ 86 लाख रुपए चुकाना है। इसके बाद के वर्षों का बकाया अलग है। जबकि राज्य सरकार ने वित्त वर्ष के दौरान आरटीई के तहत 200 करोड़ रुपए का ही प्रावधान किया है। यह पैसे भी शैक्षणिक सत्र 2022-23 और 2023-24 के लिए ही दिए जा सकेंगे। आरटीई के तहत दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के फीस की आधी रकम केंद्र सरकार चुकाती है। इसके लिए केंद्र सरकार मांग के मुताबिक राज्य सरकार को पैसे भेजती है और राज्य सरकार स्कूलों को पैसे देती है। राज्य सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि उसने स्कूलों को बकाया चुकाने के लिए केंद्र सरकार से पैसों की मांग की है। बता दें कि राज्य में आरटीई के तहत 1 लाख 1 हजार 846 सीटें हैं जिनमें से 82 हजार 411 सीटों पर दाखिले हुए हैं। शुक्रवार को वेटिंग लिस्ट के दाखिले का आखिरी दौर खत्म हो गया।

आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को दाखिले से वंचित रखकर हमें भी खुशी नहीं हो रही है लेकिन सरकार को यह सोचना होगा कि बिना फीस के स्कूल कैसे चलेंगे। अगर सरकार फीस चुकाने की व्यवस्था नहीं करेगी तो जिन बच्चों को दाखिला दिया गया है उनके अभिभावकों से फीस चुकाने को कहा जाएगा। हम ऐसा नहीं करना चाहते लेकिन सरकार इसके लिए हमें मजबूर कर रही है क्योंकि बकाए की रकम 1800 करोड़ के पार पहुंच गई है-डॉ संजयराव तायडे, संस्थापक अध्यक्ष, मेस्टा

तीन गुना आवेदन पर सीटें रह गईं खाली

उपलब्ध सीट -101846

कुल आवेदन -364413

लॉटरी में चयन- 94700

प्रतीक्षा सूची -81129

दाखिला मिला -82411

खाली सीटें -19435

Created On :   29 July 2023 7:54 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story