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Mumbai News: अगर शरद पवार महायुति के साथ आते तो राष्ट्रपति बन सकते थे - रामदास आठवले

- पवार को राष्ट्रपति से ज्यादा राजनीतिक नैतिकता जरुरी- तपासे
- महायुति के साथ आते तो राष्ट्रपति बन सकते थे
Mumbai News. केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है। आठवले ने कहा कि अगर शरद पवार महायुति के साथ रहते तो वे देश के राष्ट्रपति बन सकते थे। उन्होंने कहा कि भले ही शरद पवार ने अजित पवार के साथ आने का बयान अभी दिया हो लेकिन दोनों चाचा-भतीजे आज भी एक साथ हैं। आठवले के बयान पर राकांपा (शरद) मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि अगर आठवले ने पवार को राष्ट्रपति पद के लायक समझा है तो हम उनका आभार व्यक्त करते हैं।
आठवले ने क्या कहा?
जालना में एक कार्यक्रम में बोलते हुए रामदास आठवले ने कहा कि भले ही शरद और अजित के एक साथ आने की चर्चा अभी शुरू हुई हो लेकिन शरद और अजित पहले भी साथ थे, आज भी साथ हैं। आठवले ने कहा कि मैंने पहले भी कई बार शरद पवार को हमारे साथ आने का प्रस्ताव दिया लेकिन वह नहीं आए। अगर शरद पवार हमारे साथ आते तो वह इस देश के राष्ट्रपति बन सकते थे। उन्होंने कहा कि पवार साहब जैसा आदमी हमारे साथ आता तो वह देश की प्रगति और किसानों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करता। आठवले ने कहा कि अभी भी समय नहीं बीता है, अगर शरद और अजित एक साथ आते हैं और एनडीए को समर्थन देते हैं तो हम उनका एनडीए में स्वागत करेंगे।
पवार को राष्ट्रपति से ज्यादा राजनीतिक नैतिकता जरुरी- तपासे
आठवले के बयान पर राकांपा (शरद) मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्री की ओर से यह बयान आता है कि एनडीए के साथ आने पर शरद पवार को राष्ट्रपति बनाया जा सकता था, तो यह बड़ी बात है। तपासे ने कहा कि पवार ने यह ओहदा अपने काम और नाम से कमाया है। इसलिए पीएम मोदी का मंत्री इतनी बड़ी बात कर रहा है। तपासे ने कहा पवार को राष्ट्रपति से ज्यादा राजनीतिक नैतिकता जरुरी है। यही कारण है कि उन्होंने महायुति में नहीं जाने का फैसला किया था।
Created On :   15 May 2025 9:05 PM IST