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Mumbai News: महाराष्ट्र सरकार में छगन भुजबल बने कैबिनेट मंत्री, फडणवीस के पहले कार्यकाल में गए थे जेल

- अब दूसरे में बने मंत्री
- फडणवीस के पहले कार्यकाल में गए थे जेल, अब दूसरे में बने मंत्री
- मेरे जीवन में सांप सीढ़ी का खेल जारी है - भुजबल
Mumbai News. महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार में राकांपा (अजित) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने मंगलवार को राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री फडणवीस, दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार के अलावा कई दूसरे मंत्री और भुजबल के परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे। भुजबल की महाराष्ट्र की सियासत में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के बड़े नेताओं में गिनती होती है। खबर है कि राज्य में होने वाले आगामी स्थानीय चुनावों को देखते हुए उन्हें फिर से मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। फडणवीस सरकार के पिछले कार्यकाल में भुजबल को मनी लांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था, जिसमें वह ढाई साल तक जेल में रहे थे। लेकिन अब फडणवीस के ही कार्यकाल में भुजबल को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। फडणवीस सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में भुजबल को जगह नहीं मिल सकी थी, जिसको लेकर उन्होंने नाराजगी भी जताई थी।
मेरे जीवन में सांप सीढ़ी का खेल जारी है- भुजबल
मंत्री पद की शपथ लेने के बाद भुजबल ने कहा कि जिस तरह से मेरा राजनीतिक करियर रहा है, उसे देखकर कहा जा सकता है कि मेरे जीवन में सांप सीढ़ी का खेल जारी है। भुजबल से जब उनके पुराने बयान 'जहां नहीं चैना, वहां नहीं रहना' पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अगर अंत भला तो सब कुछ भला होता है। उसी को देखते हुए मुझे जिम्मेदारी मिली है। उन्होंने कहा कि मैं साल 1991 से मंत्री पद संभालता आया हूं और कई विभागों का मंत्री भी बना हूं। इसलिए जो भी मुझे विभाग मिलेगा, उसके लिए काम करूंगा। हालांकि भुजबल ने कहा कि उनके शपथ ग्रहण को लेकर फैसला 8 दिन पहले ही फैसला हो गया था।
भुजबल के नाम को लेकर न पहले एतराज था ना अब - फडणवीस
मुख्यमंत्री फडणवीस ने भुजबल के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर कहा कि महायुति की सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार के समय भुजबल के नाम को लेकर न तो मुझे पहले कोई आपत्ति थी और न ही अब कोई ऐतराज है। यह राकांपा (अजित) का फैसला है। धनंजय मुंडे के इस्तीफे के बाद उन्हें अपने कोटे से ही मंत्री बनाया जाना था। वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि भुजबल पिछली सरकारों में भी मंत्री रह चुके हैं, इसलिए राज्य के विकास के लिए वह एक बार फिर से काम कर सकेंगे। मंगलवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में भुजबल शामिल हुए, जहां उनका सभी साथी मंत्रियों ने स्वागत किया।
भुजबल के मंत्री बनने का जरांगे-पाटील और दमानिया ने किया विरोध
छगन भुजबल के राज्य सरकार में मंत्री बनाए जाने पर मराठा नेता मनोज जरांगे-पाटील और सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने सवाल खड़े किए हैं। जरांगे ने कहा कि जिस तरह से भुजबल को मंत्री बनाया गया है, उससे मराठा समाज के लोगों में नाराजगी देखने को मिलेगी। भुजबल ने मराठा समाज का बहुत नुकसान किया है। आगामी चुनाव में अजित पवार को मराठाओं की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा। उधर अंजलि दमानिया ने कहा कि मुझे इस बात का दुख है कि महाराष्ट्र की राजनीति में एक भ्रष्ट मंत्री ( धनंजय मुंडे) पद छोड़कर गया और उसकी जगह पर दूसरे भ्रष्ट मंत्री को जगह मिली है। दमानिया ने कहा कि मुझे नहीं पता है कि ऐसी क्या मजबूरी है कि जो व्यक्ति ढाई साल तक जेल में रहा, आखिरकार उसे मंत्री बनाए जाने का फैसला क्यों किया गया।
Created On :   20 May 2025 10:09 PM IST