Mumbai News: कमाठीपुरा के 8 हजार लोगों के पुनर्वसन की आस जगी, म्हाडा ने निकाला टेंडर

कमाठीपुरा के 8 हजार लोगों के पुनर्वसन की आस जगी, म्हाडा ने निकाला टेंडर
  • 14 साल से इंतजार कर रहे हैं इलाके के लोग
  • पिछली सरकार में हुआ था तेजी से कार्य- अमीन पटेल
  • रेड लाइट एरिया के जरिए है कमाठीपुरा की पहचान

Mumbai News. कमाठीपुरा में रहने वाले करीब 8 हजार लोगों के क्लस्टर पुनर्विकास को राज्य सरकार से ढाई साल पहले ही मंजूरी मिल गई थी लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद यह परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई थी। अब 14 साल के बाद राज्य सरकार ने म्हाडा के जरिए इस इलाके का पुनर्विकास करने का फैसला किया है। इसके लिए म्हाडा ने टेंडर भी जारी कर दिया। कांग्रेस विधायक अमीन पटेल इस परियोजना का पुनर्विकास म्हाडा द्वारा कराए जाने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और गृहनिर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे का आभार जताया है। दरअसल कमाठीपुरा का पुनर्विकास पिछली सरकारों के एजेंडे में भी था लेकिन महाविकास आघाडी सरकार ने 32 एकड़ में फैले इस क्षेत्र का खाका तैयार कर इलाके के पुनर्विकास की तरफ कदम बढ़ाए थे। इसी बीच राज्य में सत्ता परिवर्तन हो गया। जिसके चलते इस क्षेत्र के पुनर्विकास की फाइल ठंडे बस्ते में चली गई। विधानसभा के बीते बजट सत्र में भी कांग्रेस विधायक अमीन पटेल ने ये मुद्दा उठाया था जिस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार जल्द कमाठीपुरा का पुनर्विकास शुरु करेगी।

पिछली सरकार में हुआ था तेजी से कार्य- अमीन पटेल

अमीन पटेल ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि इस इलाके की कुछ इमारतें रहने लायक नहीं है लेकिन फिर भी लोग वहां पर रहने को मजबूर हैं। पटेल ने कहा कि उन्होंने सरकार से म्हाडा को नोडल एजेंसी बनाने की मांग की थी ताकि मकान मालिक और किराएदारों के हितों में टकराव न हो। पटेल ने कहा कि इस क्षेत्र में रहने वाले सभी किराएदारों को 500 स्क्वायर फीट का घर देने का ऐलान सरकार कर चुकी है। इसके अलावा 50 मीटर की इमारत के मालिक को भी 500 स्क्वायर फीट का घर देने का वादा किया गया है। अमीन ने कहा कि महाविकास आघाडी सरकार में तत्कालीन ग्रह निर्माण मंत्री जीतेंद्र आव्हाड ने भी इस क्षेत्र के पुनर्विकास के लिए तेजी से कार्य शुरू किया था। लेकिन महायुति की सरकार में मामला अटक गया।

रेड लाइट एरिया के जरिए है कमाठीपुरा की पहचान

उपमुख्यमंत्री एवं गृहनिर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे ने कुछ दिनों पहले डीपीडीसी की बैठक में भरोसा दिया था कि कमाठीपुरा के पुनर्विकास के लिए जल्द ही टेंडर निकाला जाएगा। इस परियोजना के लिए निजी बिल्डर के सामने नहीं आने के चलते अब इस पूरे क्षेत्र का पुनर्विकास म्हाडा करेगी। गौरतलब है कि कमाठीपुरा मुंबई का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया माना जाता है। जहां पर हजारों की संख्या में सेक्स वर्कर देह व्यापार करती हैं।

Created On :   12 Jun 2025 10:33 PM IST

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