Mumbai News: बारहवीं की परीक्षा में फिर कोंकण का जलवा, मुंबई के नतीजों में भी सुधार

बारहवीं की परीक्षा में फिर कोंकण का जलवा, मुंबई के नतीजों में भी सुधार
  • लड़कों को पछाड़ कर लड़कियों ने मारी बाजी
  • राज्य भर के 91.88 प्रतिशत बच्चे उत्तीर्ण हुए

Mumbai/Pune News. महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल ने सोमवार को शैक्षणिक वर्ष 2024-2025 के बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित किए। इस बार भी बेटियों ने लड़कों को पछाड़ दिया। परीक्षा देने वाले 14,17,969 विद्यार्थियों में से 13,02,873 विद्यार्थी उत्तीर्ण (91.88 प्रतिशत) विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। लड़कियों की सफलता का प्रतिशित 94.58% जबकि लड़कों का प्रतिशत पांच प्रतिशित कम 89.51% रहा। 96.74 प्रतिशत पास पर्सेंटेज के साथ कोंकण विभाग अव्वल रहा। मुंबई मंडल के परीक्षाफल में सुधार हुआ है, जो तीसरे नंबर पर रहा। लातूर पैटर्न फेल होता दिख रहा है और इस विभाग में 89.46 फीसदी बच्चे ही पास हुए हैं। नतीजे की घोषणा के बाद माटुंगा स्थित रामनारायण रुइया कॉलेज में छात्राएं जश्न मनातीं दिखीं ।

महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष शरद गोसावी ने सेामवार दोपहर एक बजे नतीजों की घोषणा की। गोसावी ने बताया कि इस साल बोर्ड के नौ मंडलों (पुणे, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर, मुंबई, कोल्हापुर, अमरावती, नाशिक, लातूर व कोंकण) में विज्ञान, कला, वाणिज्य व व्यावसायिक तथा आईटीआईऊ पाठ्यक्रम के लिए कुल 14,27,085 नियमित विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था। इसके अलावा 35 हजार 697 प्राइवेट और 42,024 पुनर्परीक्षा देने वाले छात्र भी थे। प्राइवेट परीक्षा देने वाले 29,892 जबकि दोबारा परीक्षा देने वाले 15,823 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। राज्य में 7,258 दिव्यांग विद्यार्थियों ने भी परीक्षा दी थी, जिनमें से 6,705 यानी 92.38 फीसदी कामयाब रहे हैं।

कला शाखा में सबसे कम विद्यार्थी पास हुए

विज्ञान शाखा (साइंस) का नतीजा 97.35 प्रतिशत और वाणिज्य शाखा (कॉमर्स) का 92.68 फीसदी रहा। वहीं व्यवसायिक पाठ्यक्रम का प्रतिशत 83.26 और आईटीआई का नतीजा 82.03 प्रतिशत रहा। कला शाखा (आर्ट) में सबसे कम 80.52 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। नतीजों पर गौर करें तो कला विभाग की सफलता का प्रतिशत हर साल घट रहा है। पिछले साल कला शाखा के 85.88 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे। पिछले 10 वर्षों में कला शाखा के विद्यार्थियों के उत्तीर्ण होने की बात करें तो यह गिरावट 10 प्रतिशत है।

आईटीआई के नतीजे भी कमतर

व्यावसायिक पाठ्यक्रम एवं आईटीआई के नतीजों में भी गिरावट देखी गई है। पिछले साल व्यावसायिक पाठ्यक्रम का नतीजा 97.75 तो आईटीआई का 87.37 प्रतिशत था। शिक्षाविद डॉ. अरुण अडसूल ने बताया कि अनुदानित कनिष्ठ महाविद्यालयों में अध्यापकों की कमी है। सरकार की ओर से भर्ती नहीं की जा रही है। इसका परिणाम अध्ययन-अध्यापन पर हो रहा है। कुछ अनुदानित महाविद्यालयों की कला शाखा की कक्षाएं बंद हो रही हैं। साथ ही विद्यार्थी भी नियमित रूप से क्लास में उपस्थित नहीं रहते। इसका परिणाम कला शाखा पर हो रहा है।

मुंबई के नतीजों में कुछ सुधार

इस साल मुंबई विभाग के 92.24 फीसदी विद्यार्थी बारहवीं की परीक्षा पास करने में सफल रहे हैं। शैक्षणिक सत्र 2023-24 में 91.92 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे। धीरे-धीरे ही सही लेकिन मुंबई विभाग के नतीजे सुधर रहे हैं। शैक्षणिक सत्र 2022-23 में मुंबई मंडल के 88.13 फीसदी विद्यार्थी ही पास हुए थे।

निराश न हों असफल विद्यार्थी

राज्य के स्कूली शिक्षा व क्रीडा मंत्री दादाजी भुसे ने बोर्ड परीक्षा में पास विद्यार्थियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों को उम्मीद के मुताबिक कामयाबी नहीं मिली है, वे निराश न हों और फिर से मेहनत कर आगामी परीक्षा में सफलता हासिल करें।





Created On :   6 May 2025 6:16 PM IST

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