Mumbai News: नाशिक-त्र्यंबकेश्वर कुंभ मेला प्राधिकरण अध्यादेश को मंजूरी, राजा यशवंतराव होलकर के नाम पर होगी आवासीय विद्यालय में प्रवेश योजना

नाशिक-त्र्यंबकेश्वर कुंभ मेला प्राधिकरण अध्यादेश को मंजूरी, राजा यशवंतराव होलकर के नाम पर होगी आवासीय विद्यालय में प्रवेश योजना
  • आवासीय विद्यालय में शिक्षा प्रदान करने की योजना का नामकरण राजा यशवंतराव होलकर के नाम पर करने के निर्णय को मंजूरी
  • राजा यशवंतराव होलकर के नाम पर होगी आवासीय विद्यालय में प्रवेश योजना

Mumbai News. राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में धनगर समाज के विद्यार्थियों को प्रसिद्ध अंग्रेजी माध्यम आवासीय विद्यालय में शिक्षा प्रदान करने की योजना का नामकरण राजा यशवंतराव होलकर के नाम पर करने के निर्णय को मंजूरी दी गई। राजा यशवंतराव होलकर ने साल 1797 से 1811 के बीच शिक्षा की उन्नति के लिए अनेक कार्य किये। गुरुकुल जैसी पारंपरिक शिक्षा को बढ़ावा दिया। सैन्य शिक्षा में अनुशासन, नैतिकता और नेतृत्व गुण शामिल थे। शिक्षा सभी के लिए मुहैया कराई गई थी। अब, उनके नाम पर प्रसिद्ध अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में धनगर समुदाय के विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने की योजना का नाम बदलकर राजा यशवंतराव होलकर अंग्रेजी माध्यम आवासीय शिक्षा योजना कर दिया गया है। इन विद्यालयों में धनगर समुदाय के 31 हजार 300 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है। इसके लिए 288 करोड़ रुपए वितरित किए गए हैं। वहीं धनगर समाज के मेधावी विद्यार्थियों के लिए राजस्व विभाग छात्रावास निर्माण की योजना का नाम पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर छात्रावास योजना रखने को मंजूरी दी गई है। धनगर समुदाय के पोस्ट-मैट्रिक शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए नवी मुंबई, पुणे, छत्रपति संभाजी नगर, नाशिक, नागपुर और अमरावती में छात्रावासों के निर्माण को मंजूरी दी है। इनमें से प्रत्येक छात्रावास की क्षमता 200 छात्रों की होगी। इसमें लड़कों के लिए 100 सीटें और लड़कियों के लिए 100 सीटें निर्धारित की गई हैं।

प्रयागराज की तर्ज पर नाशिक-त्र्यंबकेश्वर कुंभ मेला प्राधिकरण अध्यादेश को मंजूरी

नाशिक-त्र्यंबकेश्वर में साल 2027 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले की तैयारियों के संबंध में मंगलवार को अहिल्यानगर के कोंडी में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में नाशिक-त्र्यंबकेश्वर कुंभ मेला प्राधिकरण की स्थापना के अध्यादेश को मंजूरी से दी गई है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बैठक के बाद कहा कि यह प्राधिकरण अभी हाल ही में प्रयागराज में हुए कुम्भ मेले को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। उन्होंने कहा कि प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, नाशिक-त्र्यंबकेश्वर में हर बारह वर्ष में आयोजित होने वाला सिंहस्थ कुंभ मेला एक आध्यात्मिक उत्सव है, जो लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस महोत्सव में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु, संत, विभिन्न अखाड़े, तीर्थयात्री, पर्यटक और विद्वान भाग लेते हैं। फडणवीस ने कहा कि साल 2015 में आयोजित हुए सिंहस्थ कुंभ मेले में लगभग 2.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने भाग लिया था। उन्होंने कहा कि आगामी कुंभ मेले में श्रद्धालुओं की संख्या में 4 से 5 गुना वृद्धि होने की संभावना है। फडणवीस ने कहा कि यह प्राधिकरण अभी हाल ही में प्रयागराज में हुए कुम्भ मेले को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इस प्राधिकरण के माध्यम से सभी भक्तों के लिए बहुत ही कुशल तरीके से योजना बनाना संभव हो सकेगा। प्रयागराज की तर्ज पर सिंहस्थ कुंभ मेला प्राधिकरण की आवश्यकता इसलिए महसूस हुई, क्योंकि इस विशाल धार्मिक उत्सव के लिए बहुत व्यापक एवं कुशल योजना तथा उचित समन्वय की आवश्यकता होती है। इस प्राधिकरण के माध्यम से सभी भक्तों के लिए बहुत ही कुशल तरीके से योजना बनाना संभव हो सकेगा। प्राधिकरण से संबंधित अध्यादेश को मंजूरी दे दी गई है, साथ ही प्राधिकरण के लिए नए पदों और प्रतिनियुक्ति से पदों को भरने को भी मंजूरी दे दी गई है।

Created On :   6 May 2025 8:07 PM IST

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