विपक्ष पर निशाना: शिंदे बोले - डिनो मोरिया ने मुंह खोला तो कई लोगों का मोरया होगा, साल 2006 से होगी मिठी नदी घोटाले की जांच

शिंदे बोले - डिनो मोरिया ने मुंह खोला तो कई लोगों का मोरया होगा, साल 2006 से होगी मिठी नदी घोटाले की जांच
  • अंतिम सप्ताह की चर्चा के दौरान शिंदे और उद्धव के विधायक भिड़े
  • मुंबई में गड्ढों की शिकायतों के लिए ऑनलाइन पोर्टल

Mumbai News. विधानमंडल के मानसून सत्र में विधानसभा में अंतिम सप्ताह (नियम 293) की चर्चा के दौरान उत्तर देते हुए उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष खासतौर पर शिवसेना (उद्धव) पर जमकर निशाना साधा। शिंदे ने मुंबई की मीठी नदी से गाद निकालने के ठेके में भ्रष्टाचार को लेकर उद्धव गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष को ठेके में डिनो मोरिया नजर आया, लेकिन अब मराठी का मुद्दा उठाने वालों को कोई मराठी ठेकेदार दिखाई नहीं दिया। शिंदे ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर डिनो मोरिया ने मुंह खोला, तो कई लोगों का 'मोरया' हो जाएगा। इसके बाद शिंदे और उद्धव के विधायक आमने-सामने आ गए और एक दूसरे पर वार पलटवार करते देखे गए। जिसके बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।

क्या है मामला?

शिंदे ने कहा कि हमने राज्य में क्लीन ड्राइव शुरू की लेकिन आप लोगों ने तो तिजोरियां साफ कीं। जब हम कंक्रीट की सड़कें बना रहे हैं जो दो फेज में बनेंगी। ये सड़कें 25 साल टिकेंगी। शिंदे ने उद्धव गुट पर तंज कसते हुए कहा कि आज इन लोगों को मराठी का मुद्दा याद आ रहा है। लेकिन मीठी नदी की साफ सफाई के दौरान इन्हें मराठी व्यक्ति याद नहीं आया। शिंदे ने कहा कि हम मुंबई को दुनिया से जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन ये मराठी कार्ड खेल रहे हैं। मीठी नदी घोटाले मामले में फिल्म अभिनेता डिनो मोरिया का नाम लेते हुए कहा कि अगर मोरिया ने पूछताछ में अपना मुंह खोल दिया कुछ लोगों का मोरया हो जाएगा। शिंदे का भाषण खत्म होने के बाद उद्धव गुट के विधायक भास्कर जाधव पलटवार करना चाहते थे लेकिन अध्यक्ष से इजाजत नहीं मिलने के चलते दोनों गुटों के विधायक आमने-सामने आ गए। मंत्री शंभुराज देसाई ने सदन में कहा कि भास्कर जाधव और आदित्य ठाकरे ने विधानसभा अध्यक्ष पर सवाल उठाए इसलिए उन पर कार्रवाई कर सदन से निलंबित करना चाहिए। लेकिन नार्वेकर ने जाधव और आदित्य के बर्ताव पर सवाल उठाकर मामले को छोड़ दिया। हालांकि इस बीच सदन की कार्यवाही को 10 मिनट तक स्थगित करना पड़ा।

मुंबई में गड्ढों की शिकायतों के लिए ऑनलाइन पोर्टल

मुंबई में सड़कों का कांक्रीटीकरण किया जा रहा है। बीएमसी क्षेत्रवार एजेंसियों की नियुक्ति करके गड्ढों की शिकायतों पर कार्रवाई कर रहा है। एकनाथ शिंदे ने कहा इस वर्ष हर साल गड्ढे भरने की लागत में 50 प्रतिशत की कमी आई है। गड्ढों की शिकायतों के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया जा रहा है।

मिठी नदी घोटाले की जांच अब साल 2006 से होगी, विप में कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने दिया आश्वासन

मिठी नदी का गाद निकालने में हुए घोटाले की जांच अब साल 2006 से की जाएगी। इसके लिए सरकार की ओर से आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के पुलिस सहआयुक्त की अध्यक्षता वाले विशेष जांच दस्ता (एसआईटी) को निर्देश दिए जाएंगे। गुरुवार को विधान परिषद में राज्य के कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने यह आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि एसआईटी की साल 2019 से साल 2021 तक के तीन साल की जांच में 65 करोड़ रुपए का घोटाला सिद्ध हो चुका है। गुरुवार को प्रश्नकाल में भाजपा विधायक प्रसाद लाड ने मिठी नदी घोटाले को लेकर सवाल पूछा था। लाड ने कहा कि इस घोटाले में अभिनेता डिनो मोरिया और उनके भाई का नाम आया है। लेकिन डिनो के पीछे कौन है ? इसकी जांच भी होनी चाहिए। इसके जवाब में सामंत ने कहा कि एसआईटी ने 3 लाख 44 हजार फोटो की जांच की है। लेकिन एसआईटी को फोटो में केवल डंपर नजर आ रहा है। डंपर में गाद नजर नहीं आ रहा है। इसलिए एसआईटी के सामने भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। सामंत ने कहा कि साल 2012 में मुंबई मनपा के स्थायी समिति के अध्यक्ष की भी जांच की जाएगी। सामंत ने कहा कि इस घोटाले में अभी तक आरोपी ठेकेदार केतन कदम समेत 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

तो शायद न होता घोटाला

सामंत ने कहा कि मुंबई मनपा ने साल 2012 को मिठी नदी का गाद डंपिंग ग्राउंड के बजाय निजी जगह पर फेंकने की जिम्मेदारी ठेकेदारों को दिया था। यदि मुंबई मनपा ने यह फैसला नहीं किया होता तो शायद इतना बड़ा घोटाला नहीं हुआ होता। क्योंकि मुंबई मनपा के डंपिंग ग्राउंड में फेंके गए कई सालों के कचरे और गाद का रिकॉर्ड होता है।

सिंह को बनाओ आयोग का अध्यक्ष- परब

शिवसेना (उद्धव) विधायक अनिल परब ने फिर दोहराते हुए कहा कि मिठी नदी घोटाले की जांच के लिए सदन के भाजपा विधायक राजहंस सिंह की अध्यक्षता में समिति गठित की जानी चाहिए। इस पर सामंत ने कहा कि किसी व्यक्ति अथवा समूह को कैसे बचाना है। यह परब से सीखा जा सकता है।


Created On :   17 July 2025 9:50 PM IST

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