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Mumbai News: राज्य के स्थानीय चुनावों में पैसों की भयानक अतिवृष्टि हो रही है - उद्धव ठाकरे

- सत्ताधारी दल के नेता धनबल के सहारे लड़ रहे हैं चुनाव
- स्थानीय चुनावों में पैसों की भयानक अतिवृष्टि हो रही है
Mumbai News. राज्य में जारी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनावों के बीच शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सत्ता पक्षों पर सीधा हमला करते हुए आरोप लगाया कि चुनावों में पैसे की भयानक अतिवृष्टि (भारी बारिश) हो रही है और सत्ताधारी नेता विकास से ज्यादा धनबल के सहारे चुनाव लड़ रहे हैं। उद्धव ने कहा कि राज्य में नगर पंचायत और नगर परिषद चुनावों के दौरान पैसों की धूल उड़ रही है। सत्ता का नशा इतना है कि नेता मतदाताओं के दुख दर्द नहीं, सिर्फ वोट बैंक देख रहे हैं।
क्या कहा ठाकरे ने?
उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं आठ-दस दिन पहले किसानों के बीच गया था, उनकी व्यथा सुनी। लेकिन आज तक एक भी मंत्री किसानों में जाकर उनकी हालत समझने की हिम्मत नहीं दिखा पाया। उद्धव ने कहा कि सत्ताधारी नेता जनता तक विकास के मुद्दे नहीं, बल्कि धन की ताकत लेकर पहुंच रहे हैं। जो नेता गांव-गांव जाते हैं, वे समस्याएं नहीं सुनते। बस पैसों की थैलियां खोलते हैं और वोट मांगते हैं। यह तस्वीर डरावनी है और लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है।
मुंबई के बढ़ते प्रदूषण पर सरकार को घेरा
उद्धव ठाकरे ने मुंबई की हवा को लेकर भी सरकार पर निशाना साधते कहा कि मुंबई की हवा इतनी खराब हो चुकी है कि लोगों के लिए जानलेवा बन रही है। इथियोपिया में ज्वालामुखी फूटा तो लगा कि शायद उसका धुआं यहां पहुंचा है। लेकिन मुंबई के प्रदूषण का इथियोपिया से कोई लेना-देना नहीं, यह भ्रष्टाचार के ज्वालामुखी का धुआं है जो महाराष्ट्र पर छाया हुआ है। आरे में पेड़ काटे, बिना योजना के विकास किया, तभी प्रदूषण बढ़ा है। उद्धव ने पर्यावरण को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था, तब आरे कार-शेड रोका था। मुझे मेट्रो से कभी विरोध नहीं था। लेकिन इस सरकार ने आरे में पेड़ काटकर और कच्चे विकास के फैसलों से प्रदूषण बढ़ा दिया।
नाशिक कुंभ मेले पर भी बड़ा सवाल
नाशिक में अगले साल कुंभ मेले को लेकर उद्धव ने सरकार की तैयारी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा की लाखों श्रद्धालु नाशिक आएंगे, उनकी सुविधा की जिम्मेदारी सरकार की है। लेकिन नाशिक का पालकमंत्री आज तक नियुक्त नहीं हुआ। क्या इसका जवाब कुंभ मेले के खर्च में छुपा है? इसका खुलासा भी सरकार को करना चाहिए।
Created On :   28 Nov 2025 9:10 PM IST












