असली राकांपा किसकी: पार्टी के नाम और चिन्ह को लेकर शुक्रवार को अगली सुनवाई

पार्टी के नाम और चिन्ह को लेकर शुक्रवार को अगली सुनवाई
  • चुनाव आयोग में जारी सुनवाई फिर आगे बढ़ गई
  • शुक्रवार को अगली सुनवाई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर दावे को लेकर चुनाव आयोग में जारी सुनवाई फिर आगे बढ़ गई है। अब मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी। अजित पवार गुट की ओर से मंगलवार को भी रिज्वाइंडर दलीलें रखी गई। अगली सुनवाई में भी अजित खेमे द्वारा ही दलीलें रखी जाएगी।

सुनवाई के बाद अजित खेमे के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि हमने आयोग को बताया कि हमारे तरफ विधायकों की संख्या ज्यादा है। साथ ही आयोग के यह भी संज्ञान में लाया कि पार्टी की स्थापना के समय से पार्टी में चुनाव नहीं हुए, जो पार्टी के संविधान के खिलाफ है। रोहतगी ने कहा कि 2019 में अजित पवार ने सुबह-सुबह उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उस समय सभी विधायक भाजपा के साथ जाने की बात कह रहे थे। इसलिए अजित पवार ने भाजपा के साथ हाथ मिलाया और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उस समय शरद पवार की भूमिका अलग थी। इसका मतलब साफ है कि तब भी पार्टी में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं था। शरद पवार ने पार्टी के भीतर बगैर चुनाव के ही नियुक्तियां की है।

सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग ने अजित खेमे से कुछ सवालों के जवाब भी मांगे। आयोग ने पूछा कि शरद पवार की राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति गलत है तो अजित पवार ने उनके नाम का अनुमोदन कैसे किया? अजित पवार की राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर नियुक्ति की गई है तो चुनाव की प्रोसेंडिंग कहां है? इसके बाद आयोग ने सुनवाई को विराम दिया और अगली सुनवाई शुक्रवार के लिए मुकर्रर की।

सुनवाई के दौरान शरद पवार खेमे की ओर से चुनाव आयोग में सांसद सुप्रिया सुले, जितेन्द्र आव्हाड, सांसद वंदना चव्हाण और महबूब शेख मौजूद रहे। आश्चर्य की बात यह कि आज सुनवाई के बाद शरद खेमे की ओर से कोई भी मीडिया के सामने नहीं आया। अजित खेमे की ओर से अजित पवार के बेटे पार्थ पवार, रुपाली चाकणकर, सांसद सुनील तटकरे, सूरज चव्हाण उपस्थित थे।

Created On :   5 Dec 2023 4:23 PM GMT

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