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विधायकों की अयोग्यता पर विधानसभा अध्यक्ष नहीं लेंगे फैसला- अजित पवार
डिजिटल डेस्क, मुंबई, प्रमुख संवाददाता. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बयान ने आघाडी में हलचल पैदा कर दी है। अजित का मानना है कि विधानसभा अध्यक्ष 16 विधायकों पर फैसला नहीं देंगे। अगर उन्होंने फैसला दे भी दिया तो भी शिंदे-फडणवीस सरकार को कोई नुकसान नहीं होगा। वहीं,कांग्रेस ने अजित पवार के बयान पर नाराजगी जताई है।
इस बीच, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर पर छोड़ा है। नार्वेकर लंदन दौरे से वापस मुंबई लौट आए हैं। मुंबई लौटने पर उन्होंने कहा कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसले में ना जल्दबाजी करेंगे और ना ही देरी करेंगे।
महाराष्ट्र सत्ता संघर्ष पर सुप्रीम कोर्ट ने शिंदे गुट के 16 विधायकों की अयोग्यता का फैसला महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर पर छोड़ा है।
शिंदे-फडणवीस सरकार को कोई खतरा नहीं- अजित
रविवार को जब राकांपा प्रमुख शरद पवार के घर महाविकास आघाडी के नेताओं की संयुक्त बैठक हुई थी, तो उस बैठक के बाद सभी पार्टियों के नेताओं ने कहा था कि आघाडी में कोई अनबन नहीं है। लेकिन अजित पवार के हाल-फिलहाल के बयान इस ओर इशारा नहीं कर रहे हैं। शिंदे गुट के 16 विधायकों की अयोग्यता के मसले पर जहां कांग्रेस और उद्धव गुट विधानसभा अध्यक्ष और सरकार पर हमलावर हैं, लेकिन राकांपा की तरफ से उस तरह का विरोध नहीं जताया जा रहा है। यह दूसरा मौका है जब राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार का इस तरह का बयान आया है। अजित से जब सोमवार को शिंदे गुट के 16 विधायकों की अयोग्यता पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि अध्यक्ष इन 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर इन विधायकों पर फैसला हो भी गया, तब भी शिंदे-फडणवीस सरकार को भी कोई खतरा नहीं होगा। अजित ने शिंदे-फडणवीस सरकार नहीं गिरने के पीछे का गणित समझाते हुए कहा कि 288 विधायकों में से 16 विधायक अयोग्य हो जाते हैं, तो यह आंकड़ा 272 पर आ जाएगा। ऐसी स्थिति में सरकार बनाने के लिए फिर 137 विधायकों की आवश्यकता होगी। लेकिन भाजपा और शिंदे गुट के पास इससे ज्यादा नंबर हैं।
फैसला लेने में ना जल्दबाजी करेंगे और ना देरी करेंगे- राहुल नार्वेकर
लंदन दौरे से वापस मुंबई लौटने पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट के फैसले की जानकारी है। वह इस मामले में ना तो जल्दबाजी करेंगे और ना ही देरी करेंगे। नार्वेकर ने कहा कि संविधान के अनुरूप ही इस पर फैसला लिया जाएगा। अगर 15 दिन में फैसला हो सकता है, तो 15 दिन में फैसला ले लिया जाएगा और अगर ज्यादा समय लगा, तो ज्यादा समय में फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह किसी के दबाव में फैसला नहीं लेंगे।
कांग्रेस ने अजित के बयान पर नाराजगी जताई
कांग्रेस ने अजित पवार के बयान पर नाराजगी जताई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि यह अजित पवार का व्यक्तिगत बयान हो सकता है, इससे कांग्रेस सहमत नहीं है। पटोले ने कहा कि हमारी मांग है कि विधानसभा अध्यक्ष मुंबई वापस आ गए हैं, इसलिए उन्हें 16 विधायकों की अयोग्यता पर जल्द फैसला लेना चाहिए।
उद्धव गुट ने विधानसभा उपाध्यक्ष को दिया 79 पेज का पत्र
शिवसेना (उद्धव गुट) के विधायकों ने सोमवार को विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरी झिरवल को 79 पेज का एक पत्र दिया है। शिवसेना विधायक सुनील प्रभु ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष की अनुपस्थिति में सुप्रीम कोर्ट का फैसले की कॉपी और एक पत्र उपाध्यक्ष को दिया है और इस पर जल्द से जल्द फैसला लेने की अपील की है।
उधर, उद्धव गुट से पत्र मिलने के बाद उपाध्यक्ष झिरवल ने कहा कि अध्यक्ष की अनुपस्थिति में मुझे पत्र दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह अध्यक्ष के कार्यक्षेत्र का मामला है, जिस पर फैसला अध्यक्ष ही लेंगे।
Created On :   15 May 2023 9:19 PM IST