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कार्रवाई: लकड़गंज स्मॉल फैक्टरी एरिया के गोदाम से 600 बोरी सुपारी जब्त
- पुलिस ने की कार्रवाई
- 600 बोरी सुपारी जब्त
डिजिटल डेस्क, नागपुर. लकड़गंज के स्मॉल फैक्ट्री एरिया में पुलिस ने एक गोदाम पर छापा मारा। गोदाम में करीब 600 बोरी सुपारी रखी गई थी, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। इसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है। इनमें से कुछ बोरियों में सड़ी हुई सुपारी भी है। यह माल शहर के कई व्यापारियों का है। कार्रवाई के लिए पहुंची पुलिस टीम से सवाल किया गया कि क्या पुलिस को कार्रवाई का अधिकार है। पुलिस ने जिस गोदाम पर छापा मारा, वह मुंबई के किसी गड़ा नामक व्यक्ति का है। उसने गोदाम की देखरेख के लिए हिवरकर नामक व्यक्ति को मैनेजर के रूप में रखा है। पुलिस ने एफडीए को सूचना पत्र दिया, लेकिन एफडीए की कोई टीम समाचार लिखे जाने तक गोदाम में नही पहुंची थी। पुलिस छापेमारी की भनक लगते ही सुपारी के कई व्यापारियों के साथ एक व्यापारी संगठन पुलिस थाने और गोदाम पर पहुंचा।
कोर्ट में घसीटने की धमकी
गोदाम पर पहुंचे कुछ सुपारी के कारोबारी कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पुलिस को कोर्ट में घसीटने की धमकी देते रहे। पुलिस ने व्यापारियों से सवाल किया कि लोगों की सेहत से खेलने का अधिकार तुमको किसने दिया। इस पर समर्थन में आने वाले कुछ व्यापारी उल्टे पांव लौट गए। जिन व्यापारियों का माल गोदाम में रखा हुआ है, उनमें से कुछ व्यापारियों में बौखलाहट देखी गई। वह अपने माल को बचाने के लिए राजनीतिक सहारा लेने के जुगाड़ में नजर आए। लकड़गंज पुलिस की यह बड़ी कारवाई है। एफडीए ने सही तरीके से जांच की, तो सड़ी सुपारी का बड़ा खुलासा हो सकता है। कार्रवाई के दौरान गोदाम का मैनेजर मौके पर मौजूद था।
आवक-जावक रजिस्टर नहीं
गोदाम पर जिस समय पुलिस ने छापा मारा, उस समय पुलिस को पता चला कि गोदाम पर न तो किसी तरह का नाम लिखा था, न ही कोई पता लिखा गया था। इसके अलावा गोदाम में न ही आवक-जावक रजिस्टर रखा गया था। व्यापारियों द्वारा पुलिस पर दबाव बनाने का पूरा प्रयास किया गया। कुछ व्यापारियों ने पुलिस से सांठ-गांठ का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे।
खर्रा में होता है इस्तेमाल
सूत्रों के अनुसार शनिवार को लकड़गंज पुलिस ने स्मॉल फैक्ट्री एरिया में गुप्त सूचना मिलने पर एक गोदाम पर छापा मारा। गोदाम में बड़ी मात्रा में सड़ी सुपारी की बोरियां रखने की सूचना मिली थी। गोदाम में आसिफ, इमरान, अमेसर, कलीवाला सहित अन्य कई व्यापारियों का माल रखा हुआ है। अच्छी सुपारी की बोरियों के बीच में सड़ी सुपारी की बोरियां रखी गई थीं। पुलिस टीम पर दबाव बनाने के लिए व्यापारियों का एक संगठन भी गोदाम पर पहुंचा। चर्चा है की सड़ी सुपारी का उपयोग खर्रा बनाने में किया जाता है। इससे कैंसर, पेट और अतड़ी की जानलेवा बीमारियां होती हैं।
अधिकारी नहीं करते सहयोग
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस तरह की कार्रवाई में एफडीए के अधिकारियों का कोई सहयोग नहीं मिल पाता है। वे बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं। पुलिस ने जब छापेमारी की, तब उसे कुछ बोरी खोलने पर सड़ी सुपारी होने का संदेह हुआ। इस दौरान पुलिस ने एफडीए के अधिकारियों को सूचित कर दिया था, लेकिन एफडीए के लकड़गंज क्षेत्र के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। इस क्षेत्र के इंचार्ज को भी व्हाट्सएप पर मैसेज भेज दिया गया।
निजी प्रयोगशाला में भी हो जांच : जानकारों का कहना है कि जब पुलिस की इस तरह की कोई कार्रवाई होती है, तब उसकी सूचना एफडीए को दी जाती है। एफडीए के अधिकारी सड़ी सुपारी का सैंपल लेते हैं और उसे जांच के लिए शासकीय प्रयोगशाला में भेजते हैं। नागरिकों का कहना है कि एफडीए के अधिकारियों को सैंपल लेने के बाद उसका एक सैंपल पुलिस को भी देना चाहिए और प्राइवेट प्रयोगशाला में भी जांच कराई जानी चाहिए, ताकि इसमें किसी तरह की गड़बड़ी न हो। दो जगह से जांच कराने पर साफ हो जाएगा की पुलिस ने जो कार्रवाई की है, वह सड़ी सुपारी जब्त करने लायक है या नहीं।
जांच की जाएगी
अतुल सबनीस, वरिष्ठ थानेदार, लकड़गंज थाना के मुताबिक पुलिस ने एक गोदाम पर छापा मारा और करीब 600 बोरी सुपारी जब्त की है। यह सुपारी अलग-अलग सुपारी मालिकों की है। इसकी जांच की जाएगी कि यह सड़ी सुपारी है या नहीं।
Created On :   25 Sept 2023 7:29 PM IST