Nagpur News: मौसम का मिजाज ,15 नवंबर तक ठंड स्थिर, तो किसानों को फायदा

मौसम का मिजाज ,15 नवंबर तक ठंड स्थिर, तो किसानों को फायदा
कृषि विशेषज्ञों ने कहा- यह मौसम अन्नदाता के लिए उम्मीदों भरा और चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है

Nagpur News शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड का जोर है। सुबह और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार नवंबर महीने में न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। दिन में गर्माहट और रात में ठंडक- मौसम के इस मिजाज से किसानों की निगाहें अब पूरी तरह रबी फसल सीजन पर टिक गई है। हालांकि, इस बार मानसून के लंबा खिंचने के कारण खेतों में अभी भी नमी और जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे बुआई में देरी हो रही है। कुल मिलाकर यह मौसम किसानों के लिए उम्मीदों भरा और चुनौतीपूर्ण दोनों साबित हो सकता है। अगर अगले कुछ दिनों में तापमान सामान्य गिरावट के साथ स्थिर रहा, तो इस रबी सीजन में किसानों की मेहनत का अच्छा फल मिल सकता है।

लंबी बरसात से बुआई में देरी : इस वर्ष मानसून ने अपना असर देर तक बनाए रखा। अक्टूबर के अंत तक कई इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण खेतों में नमी बनी हुई है। खेत पूरी तरह सूख नहीं पाए हैं, जिससे रबी सीजन की बुआई अब तक शुरू नहीं हो सकी है। आमतौर पर किसान दीपावली के बाद बुआई शुरू कर देते हैं, लेकिन इस बार देरी के कारण किसान इंतजार में हैं कि खेतों में जलभराव कम हो जाए।

रबी सीजन की उम्मीदें : रबी की मुख्य फसलें गेहूं, हरभरा, मसूर ठंडे मौसम में बेहतर उपज देती हैं। किसानों के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि खरीफ के बाद यही सीजन उनकी साल भर की आमदनी को प्रभावित करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, देर से बुआई होने पर भी अगर ठंड का मौसम लंबा चलता है, तो उत्पादन पर खास असर नहीं पड़ेगा। किसानों को सलाह दी है कि वे जल्दबाजी में बुआई न करें। पहले मिट्टी की नमी और तापमान की स्थिरता पर ध्यान दें। साथ ही सिंचाई की तैयारी और कीट नियंत्रण पर भी ध्यान देना जरूरी होगा, क्योंकि अधिक नमी वाले खेतों में रोग लगने की आशंका बढ़ जाती है।

15 तारीख तक बुआई होने पर फायदा : अगर इस महीने की 15 तारीख तक बुआई हो जाती है, तो किसानों के लिए यह मौसम बहुत लाभदायक साबित होगा। ठंड का स्थिर होना और नमी का संतुलन फसलों की वृद्धि के लिए अच्छा संकेत है। इस दौरान तापमान अगर नियंत्रित रहा, तो गेहूं, हरभरा (चना) जैसी फसलों को पर्याप्त विकास का समय मिलेगा। नवंबर में अगर तापमान सामान्य स्तर पर रहता है, तो यह फसल के अंकुरण और बढ़त के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान करता है। -डॉ. विनोद खड़से, कृषि विशेषज्ञ


Created On :   13 Nov 2025 12:43 PM IST

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