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Nagpur News: फर्जी पुलिस व सीबीआई जमा रही धौंस,11 माह में 11 केस, 3 करोड़ रुपए की ठगी

Nagpur News डिजिटल अरेस्ट, फर्जी चालान और अन्य कार्रवाई की धौंस बताकर साइबर अपराधियों ने कई लोगों को फांसा है। करोड़ों रुपए वसूल िकए गए हैं। हर महीने फर्जी पुलिस और सीबीआई के हाथों शहरवासी ठगे जा रहे हैं।
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कुछ ही लोग सामने आए : प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी से 11 नवंबर 2025 के बीच शातिर साइबर अपराधियों ने कई लोगों को शिकार बनाया है। शहर भर में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं। कुछ पीड़ितों ने बदनामी के डर से थानों में शिकायत नहीं की है, लेकिन कुछ ने प्रकरण दर्ज कराया है। इन ग्यारह महीने के भीतर स्थानीय साइबर थाने में कुल 11 प्रकरण दर्ज हुए हैं। इनमें से कुछ लोगों को पुलिस और सीबीआई बताकर साइबर अपराधियोें ने कानूनी कार्रवाई करने की धौंस जमाई और उनसे लाखों रुपए वूसल िकए हैं। घटित प्रकरणों में 3 करोड़ 29 लाख 53 हजार 987 रुपए की ठगी सामने आई है। हालांकि दर्ज प्रकरणों की संख्या से ठगी की रकम कई गुणा ज्यादा है। शहर पुलिस का दावा है कि स्थानीय साइबर विभाग साइबर अपराधियों से निपटने में सक्षम है। बावजूद इसके अमूमन रोजाना ऐसी घटनाएं हो रही हैं और अपराधी पुलिस की पकड़ से कोसों दूर हैं।
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मानव अंगों की तस्करी का आरोप : कुछ महीने पहले खाद्यान आपूर्ति करने वाली नामी निजी कंपनी के प्रबंधक को साइबर ठगों ने इसी तरह से फंसाया था। प्रबंधक नागपुर के मनीष नगर का निवासी है। उसे फोन कर बताया गया था कि उसकी कंपनी के पार्सल में मानवी अंगों की तस्करी की जाती है। कुछ सबूत सीबीआई के हाथ लगने का हवाला दिया था। पहले कानूनी कार्रवाई करने की धौंस जमाई, फिर मामला रफा-दफा करने के बदले में करीब ढ़ाई करोड़ रुपए उससे ऐंठ लिए।
दो दिन घर में डिजिटल अरेस्ट : प्रताप नगर थानांतर्गत निवासी महिला अकेली रहती है। उसका पुत्र अमेरिका में रहता है। करीब दो महीने पहले पुलिस बनकर साइबर अपराधियांे ने महिला को यह कहकर फोन िकया था कि उसके नाम से मुंबई के राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता है। उस खाते से करोड़ों रुपए का गैर-कानूनी ट्रांजेक्शन हुआ है। मनी लॉड्रिंग के आरोप में िगरफ्तार करने की धमकी देकर दो दिन तक उसे घर में ही डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया था। केस रफा-दफा करने के लिए महिला ने एफडी तोड़कर और सोना िगरवी रखकर लाखों रुपए आरोपियों के खाते में जमा िकए थे।
Created On :   13 Nov 2025 1:39 PM IST













