11 घंटे 43 सवाल: बुकी सोंटू जैन देता रहा गोलमोल जवाब

बुकी सोंटू जैन देता रहा गोलमोल जवाब
  • मिले गोलमोल जवाब
  • बुकी सोंटू जैन से पूछताछ

डिजिटल डेस्क, नागपुर. रविवार को क्राइम ब्रांच के गिट्टीखदान कार्यालय में क्रिकेट बुकी अनंत उर्फ सोंटू जैन ने दोबारा हाजिरी लगाई। इस दौरान क्राइम ब्रांच के आला अफसरों ने उससे 11 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। सोंटू से करीब 43 सवाल पूछे जाने की जानकारी सूत्रों ने दी है। पूछताछ में सोंटू ने कुछ हवाला और बुकियों के नाम को उजागर किए हैं, लेकिन वह कितना सच बोल रहा है, इस पर पुलिस को यकीन करने में समय लग सकता है। सोंटू बेहद शातिर दिमाग है। पहले वह पुलिस को टालमटोल जबाब देता रहा। बाद में नपे-तुले शब्दों में ही बात की। ऑनलाइन गेमिंग एप के माध्यम से करोड़ों की ठगी करने वाला गोंदिया का सोंटू रविवार को क्राइम ब्रांच पुलिस के समक्ष सुबह करीब 10.35 बजे पहुंचा। उससे रात 9 बजे तक तक पूछताछ की गई। पूछताछ में उसने कुछ खास जानकारी उजागर नहीं दी, ऐसा पुलिस अधिकारी का दावा है। उसके सामने पुलिस ने कई सवाल रखे, लेकिन उसने बस यही रट लगाई कि, मुझे कुछ भी पता नहीं है। तमाम कोशिशों के बाद भी सोंटू पुलिस के शिकंजे से बचने का पूरा प्रयास कर रहा है। उक्त प्रकरण में कार्रवाई के समय सोंटू के घर से 58 करोड़ का माल जब्त किया गया था।

दुबई कनेक्शन के सवाल पर साधी चुप्पी

सूत्रों के अनुसार दुबई कनेक्शन पर पूछे गए सवाल पर सोंटू ने चुप्पी साध ली, जबकि मामला दर्ज होने के बाद वह दुबई भाग गया था। दुबई कनेक्शन के बारे में कोई जबाब नहीं मिलने पर पुलिस ने अन्य लोगों के साथ ठगी करने के बारे में सवाल दागा, तो वह खामोश रहा। सोंटू से पूछे जाने वाले सवालों की जांच अधिकारियों ने पहले ही सूची तैयार कर ली थी।

12 सितंबर को होगी जमानत पर सुनवाई

सोंटू की अग्रिम जमानत पर 12 सितंबर को सुनवाई होगी। पुलिस का प्रयास रहेगा कि, उसकी जमानत रद्द करवा सके। इसकी तैयारी की जा रही है। पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि, सोंटू की जमानत रद्द होने पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा सकेगी। शायद पुलिस की हिरासत में कुछ सच उगल सके। पुलिस के सामने चुनौती है कि, सोंटू के गेम प्लान का भांड़ाफोड़ कैसे किया जाए। पुलिस तकनीकी जांच विशेषज्ञों की मदद भी ले रही है।

दुबई में किससे बनवाया था एप : क्राइम ब्रांच के उपायुक्त सुदर्शन मुमक्का की अगुवाई में रविवार को सोंटू से पूछा गया कि, उसने ठगी करने वाला एप दुबई के किस सॉफ्टवेयर विशेषज्ञ की मदद से बनवाया था। इस एप में इस तरह से प्रबंध कैसे किए थे, जिससे बैटिंग लगाने वाला अधिकांश बाजी हार जाता था। हालांकि, पुलिस द्वारा पूछे गए सवालों को रिकॉर्ड किया जा रहा है, इसके आधार पर ही उसकी अंतिम जमानत को रद्द करवाने में पुलिस को मदद होने वाली है।

Created On :   11 Sept 2023 8:29 PM IST

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