Nagpur News: संगीत-सुरों का छाया जादू, खासदार सांस्कृतिक महोत्सव-2025 में दिखा रोमांस और म्यूज़िक का मेल

संगीत-सुरों का छाया जादू, खासदार सांस्कृतिक महोत्सव-2025 में दिखा रोमांस और म्यूज़िक का मेल
  • रोमांस और म्यूज़िक का मेल
  • खासदार सांस्कृतिक महोत्सव-2025 में खास
  • संगीत-सुरों का छाया हर तरफ जादू

Nagpur News. पार्श्वगायक अखिल सचदेवा ने जब बाइक पर एंट्री ली, तो मैदान तालियों और हूटिंग से गूंज उठा। उनकी एनर्जी, मुस्कान और आवाज ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। हनुमाननगर स्थित क्रीड़ा चौक के ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय के मैदान में चल रहे ‘खासदार सांस्कृतिक महोत्सव-2025’ के छठे दिन बुधवार की शाम संगीत और सुरों का जादू छा गया। बॉलीवुड के लोकप्रिय गायक और संगीतकार अखिल सचदेवा के लाइव इन कॉन्सर्ट ने युवा पीढ़ी को रोमांचित कर दिया। चार दिन पहले ही पिता बने अखिल ने मंच से खुशखबरी साझा करते हुए कहा, ‘यह मेरी बेटी के जन्म के बाद पहला कार्यक्रम है, मैं इसे अपनी बेटी को समर्पित करता हूं।’ इस भावनात्मक क्षण पर दर्शकों ने तालियों और उत्साह से उनका स्वागत किया। वे बोले, ‘खासदार सांस्कृतिक महोत्सव जैसे भव्य मंच पर गाऊंगा। यह मेरे लिए गर्व और खुशी का पल है।'

खासदार सांस्कृतिक महोत्सव-2025

सांस्कृतिक परंपराओं का संगम - इस अवसर पर संस्कार भारती की अध्यक्ष कांचनताई गडकरी, आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रा. अनिल सोले, उपाध्यक्ष डॉ. गौरीशंकर पाराशर, सचिव जयप्रकाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रा. राजेश बागडी आदि ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्थानीय कार्यक्रम का संचालन रिचा सुगंध और अमन चौधरी ने किया, जबकि मुख्य कार्यक्रम का संचालन बाल कुलकर्णी और रेणुका देशकर ने संभाला।

आज के कार्यक्रम

आज के सुबह के सत्र में ‘श्री गजानन विजय ग्रंथ’ के 21वें अध्याय का सामूहिक पाठ, वहीं शाम को ‘मिट्टी के रंग – भारत की लोकसंस्कृति की संगीत नृत्यमय गाथा’ प्रस्तुत की जाएगी, जिसमें महाराष्ट्र से लेकर देशभर की लोक परंपराओं का संगम दर्शकों को देखने मिलेगा।

रोमांस और म्यूज़िक का मेल

कॉन्सर्ट की शुरुआत ‘मैं तेरा बन जाऊंगा’, ‘हर किसी को नहीं मिलता प्यार जिंदगी में’ और ‘एक हो गए हम और तुम’ जैसे सुपरहिट गीतों से हुई। रोमांस और म्यूज़िक के मेल ने नागपुर की ठंडी शाम को और भी सुरीला बना दिया। अखिल ने वो भिगी भिगी यादें, पहली बार हुआ तुमसे प्यार हुआ, जरा-जरा महकता है और चन्ना वे जैसे गानों पर जब सुर छेड़े, तो युवाओं ने फ्लैशलाइट्स लहराकर उनका साथ दिया। पूरा मैदान मानो एक बड़ा कॉन्सर्ट हॉल बन गया था। अखिल ने अपने करियर की शुरुआत का गीत ‘सुन मेरे हमसफर' गाया, जिसने फिल्म में उन्हें पहचान दिलाई थी।

स्थानीय कलाकारों की कलात्मक प्रस्तुति

मुख्य कार्यक्रम से पहले नागपुर के स्थानीय बैंड ‘द बांसुरीवाला कलेक्टिव’ ने शाम की शुरुआत सुरीले प्रस्तुति से की। युवा बांसुरीवादक शुभम चोपकर और उनकी टीम ने ‘यूनिवर्स ऑफ गणेश’ थीम के तहत गणेश वंदना ‘सूर निरागस हो’ से कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने ‘यूनिवर्स ऑफ शिवा’, ‘यूनिवर्स ऑफ हनुमान’, ‘यूनिवर्स ऑफ कृष्णा’ और ‘यूनिवर्स ऑफ आदिशक्ति’ जैसे आध्यात्मिक और संगीत के प्रयोग प्रस्तुत किए। बांसुरी के मधुर स्वरों और गायक दल के संगम ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। शुभम और उनके साथियों ऋषभ, वैभव, सार्थक शुक्ला, ऋतिक, सागर, नीरज, सलमान, तेजस्विनी, निव्या, अनुष्का, साक्षी, श्रेया गुजर, प्रितेश, शुभम, सुनील और आकाश का महोत्सव आयोजन समिति की ओर से सत्कार किया गया।


Created On :   13 Nov 2025 5:38 PM IST

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