Nagpur News: आदिवासी विद्यार्थियों को गणवेश के सवाल पर मंत्री ने माइक कर दिया बंद और सवाल पर हाथ जोड़ लिए

आदिवासी विद्यार्थियों को गणवेश के सवाल पर मंत्री ने माइक कर दिया बंद और सवाल पर हाथ जोड़ लिए
  • आदिवासी आश्रमशालाओं के हालात और विद्यार्थियों को आवश्यक सुविधा नहीं
  • आदिवासी विद्यार्थियों को गणवेश के सवाल पर मंत्री ने जोड़े हाथ
  • सवाल पर माइक कर दिया बंद

Nagpur News. आदिवासी आश्रमशालाओं के हालात और विद्यार्थियों को आवश्यक सुविधा नहीं मिलने को लेकर राज्य सरकार की विविध स्तर पर आलोचना की जा रही है। ऐसे में हद तो तब हो गई जब आदिवासी विद्यार्थियोें को गणवेश नहीं मिलने के सवाल पर सीधा जवाब देने से बचते हुए आदिवासी विकास मंत्री डॉ.अशोक उइके पहले तो चुप हो गए, बाद में माइक बंद कर हाथ झटकते हुए मुस्कुराने लगे। आदिवासियों से ही संबंधित रक्षाबंधन कार्यक्रम से जुड़े एक सवाल पर मंत्री डॉ.उइके ने हाथ जोड़ लिए। दरअसल, बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजाति गौरव दिवस से संबंधित कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देने के लिए आदिवासी विकास मंत्री डॉ.उइके ने पत्रकार क्लब में पत्रकार वार्ता आयोजित की थी। उसी दौरान पत्रकारों के पहले ही सवाल पर डॉ.उइके ने जवाब देने के बजाय हाथ झटक लिए। इससे पहले स्वयं डॉ.उइके विकास निधि को लेकर नाराजगी व्यक्त करते रहे हैं। उनका कहना है कि आदिवासी विकास विभाग को पर्याप्त विकास निधि की आवश्यकता है। उन्होंने कुछ आश्रमशालाओं का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति उजागर करने का प्रयास किया था। लाडली बहन योजना के लिए आदिवासी विकास व समाज कल्याण विभाग की निधि के इस्तेमाल संबंधी विपक्ष के आराेप का डॉ.उइके ने अपरोक्ष समर्थन किया था। फिलहाल राज्य में आदिवासी विकास विभाग के अंतर्गत 497 शासकीय आश्रमशाला और 539 अनुदानित आश्रमशाला चलायी जा रही है।

करीब 4.50 लाख आदिवासी विद्यार्थी आश्रमशाला या अन्य शालाओं में अध्ययनरत है। उन्हें सरकार गणवेश देती है। गणवेश में नाइट ड्रेस, स्कूल बैग, रिबन आदि का समावेश है। नया शिक्षा सत्र आरंभ होने को 6 माह होने लगे हैं लेकिन विद्यार्थियों को गणवेश नहीं मिल पाए हैं। इसके अलावा राज्य सरकार ने रक्षाबंधन के समय आदिवासी महिलाओं को विशेष सहायता देने की घोषणा की थी। लेकिन वह सहायता नहीं मिल पायी है। विविध संगठनों की ओर से कहा जा रहा है कि आदिवासी विभाग की समस्याओं को राज्य सरकार अनदेखा कर रही है। जनजाति कल्याण की विविध योजनाओं को भ्रष्टाचार मुक्त करने का आव्हान भी किया जा रहा है। आदिवासी विकास मंत्री डाॅ.उइके ने कोई जवाब नहीं दिया। चुनाव आचार संहिता के बीच आयोजित कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि आचार संहिता भंग नहीं होगी। पत्रकार वार्ता में भाजपा के शहर अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी, पूर्व महापौर माया इवनाते उपस्थित थे।

Created On :   13 Nov 2025 8:09 PM IST

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